'ये तो गैंगवार चल रहा है', जानिए विपक्ष ने फडणवीस और शिंदे पर क्यों साधा निशाना
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच बेस्ट के महाप्रबंधक की नियुक्ति को लेकर विवाद हो गया है। सरकार ने एक ही पद के लिए दो अलग-अलग अधिकारियों की नियुक्ति के आदेश जारी किए जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई। विपक्ष ने इसे सीएम और डीसीएम के बीच गैंगवार बताया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच एक नया विवाद सामने आया है। इस बार बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) के महाप्रबंधक की नियुक्ति को लेकर चर्चा आम है।
दरअसल, मंगलवार (5 अगस्त, 2025) को महाराष्ट्र सरकार की ओर से दो अलग-अलग नियुक्ति पत्र जारी किए गए, जिनमें एक ही पद के लिए अलग-अलग अधिकारियों के नाम थे। पहले शिंदे के नेतृत्व में शहरी विकास विभाग ने अश्विनी जोशी को बेस्ट का नया महाप्रबंधक नियुक्त किया। इसके कुछ ही घंटों बाद फडणवीस के नेतृत्व वाले सामान्य प्रशासन विभाग ने एक और परिपत्र जारी कर आशीष शर्मा को उसी पद पर नियुक्त कर दिया।
देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
जब फडणवीस से इस भ्रम का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैं बेस्ट के बारे में निर्णय नहीं लेता, यह काम बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) करता है।" इस बीच, शहरी विकास विभाग ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि जोशी की नियुक्ति के बारे में कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है। कहा गया है कि पूर्व महाप्रबंधक एसवीआर श्रीनिवास के 31 जुलाई को सेवानिवृत्त होने के बाद, बेस्ट वर्कर्स यूनियन की ओर से योजनाबद्ध विरोध प्रदर्शन के कारण, "सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से नियमित नियुक्ति होने तक पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपना आवश्यक था।"
विभाग ने क्या कहा?
विभाग ने कहा, "श्रमिकों के विरोध से संबंधित स्थिति को संभालने के लिए, शहरी विकास विभाग अश्विनी जोशी (आईएएस) को बेस्ट के महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार सौंपने के आदेश जारी करने की प्रक्रिया में था। हालांकि, इस बीच सामान्य प्रशासन विभाग ने 5 अगस्त, 2025 के अपने आदेश के माध्यम से आशीष शर्मा (आईएएस) को अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया।"
विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) से संबद्ध बेस्ट कर्मचारी संघ, कामगार सेना ने कहा, "सरकार ने एक आदेश जारी कर मुंबई नगर निगम की अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी जोशी को बेस्ट का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने बेस्ट का प्रभार लेने से इनकार कर दिया, क्योंकि उसी रात आशीष शर्मा, जिनके पास पहले से ही वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का प्रभार है, उन्हें बेस्ट का अतिरिक्त प्रभार भी सौंप दिया गया।"
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने इस स्थिति को सीएम और डीसीएम के बीच अपने वफादारों को मलाईदार या महत्वपूर्ण पदों पर बिठाने के लिए गैंगवार बताया। उन्होंने लिखा, "मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस के बीच अधिकारियों के तबादलों को लेकर गैंगवार चल रहा है। एक ही पद के लिए एक ही दिन दो अलग-अलग अधिकारियों की नियुक्तियां की जा रही हैं। लोगों को आकर्षक पदों पर बिठाने की इस जद्दोजहद को देखकर जनता सोच में पड़ गई है कि यह सरकार है या जमीनी जंग।"
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