Manipur New CM: मणिपुर का अगला सीएम कौन? सरकार बनाने के लिए 44 विधायकों ने ठोका दावा
Manipur मणिपुर में नई सरकार के गठन को लेकर सरगर्मी तेज है। भाजपा (BJP) विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात कर 44 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व इस पर फैसला लेगा। मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू है और जातीय संघर्ष के कारण स्थिति तनावपूर्ण है। पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को जेड-प्लस सुरक्षा कवर जारी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंसा प्रभावित मणिपुर में नई सरकार (Manipur government formation) बनाने की कवायद के तहत बुधवार को भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह (Thokchom Radheshyam Singh) ने दस अन्य विधायकों के साथ राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने दावा किया कि लोगों की इच्छा के अनुसार 44 विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हमने राज्यपाल को यह बात बता दी है। इस मुद्दे के संभावित समाधान के बाबत भी हमने राज्यपाल से चर्चा की है।
बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व पर फैसला छोड़ा
राधेश्याम सिंह ने कहा, ''राज्यपाल ने हमारी बात को ध्यान में रखा है और वह लोगों के सर्वोत्तम हित में कार्रवाई शुरू करेंगे।'' यह पूछे जाने पर कि क्या वे सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे, उन्होंने कहा कि भाजपा (BJP Manipur MLA) का केंद्रीय नेतृत्व इस बारे में निर्णय लेगा। ''मगर, यह बताना कि नई सरकार बनाने के लिए हम तैयार हैं, सरकार बनाने का दावा पेश करने के ही समान है।"
स्पीकर सत्यव्रत ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत और संयुक्त रूप से मुलाकात की है। ऐसा कोई भी नहीं है जो नई सरकार के गठन का विरोध करता हो।'' उन्होंने कहा, ''लोगों को बहुत ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कार्यकाल में कोविड (Covid 19) के कारण दो साल बर्बाद हो गए थे और इस कार्यकाल में संघर्ष के कारण दो और साल बर्बाद हो गए हैं।''
मणिपुर में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लागू
गौरतलब है कि भाजपा नेता एन. बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मणिपुर में फरवरी से राष्ट्रपति शासन (Manipur president rule) लागू है। मई, 2023 में मैतेई और कुकी-जो के बीच शुरू हुए जातीय संघर्ष से निपटने के उनके सरकार के तरीके को लेकर आलोचनाओं के बीच यह फैसला लिया गया था।
60 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 59 विधायक हैं, जिनमें से एक सीट एक विधायक की मृत्यु के कारण रिक्त है। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में 32 मैतेई विधायक, तीन मणिपुरी मुस्लिम विधायक और नौ नागा विधायक - कुल मिलाकर 44 विधायक हैं। कांग्रेस के पास पांच विधायक हैं, सभी मैतेई हैं। शेष 10 विधायक कुकी हैं। उनमें से सात ने पिछला चुनाव भाजपा के टिकट पर जीता था, दो कुकी पीपुल्स अलायंस के हैं, और एक निर्दलीय है।
पूर्व सीएम का 'जेड-प्लस' सुरक्षा कवर बरकरार
मणिपुर प्रशासन ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह (N. Biren Singh security) की सुरक्षा में कटौती के दावों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि उनकी सुरक्षा में तैनात केवल अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को हटाया गया है। अधिकारियों ने कहा सिंह कि को 'जेड-प्लस' सुरक्षा कवर मिलना जारी है। गौरतलब है कि अधिकारी उन मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा में कटौती की खबर दी गई थी।
(एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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