'हम सब जानते हैं...', ट्रंप के डेड इकोनॉमी वाले बयान पर राहुल गांधी को थरूर ने दिखाया आईना
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने डोनाल्ड ट्रंप के भारत की डेड इकोनॉमी वाले बयान का खंडन किया है। थरूर ने कहा कि ट्रंप का यह कहना गलत है और यह बात सभी जानते हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने भी ट्रंप के बयान का विरोध किया था। थरूर ने अमेरिकी टैरिफ को लेकर कहा कि यह सिर्फ एक सौदेबाजी की रणनीति है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 'भारत की डेड इकोनॉमी' वाले बयान को लेकर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और यह सब जानते हैं।
दरअसल, ट्रंप ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि भारत की इकोनॉमी डेड है। उनके इस बयान का कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने समर्थन किया था।
#WATCH | Delhi: On the arrest of two Malayali nuns in Chhattisgarh, Congress MP from Thiruvananthapuram, Shashi Tharoor says, "The arrest of nuns is grave injustice. They have not done anything against the law. They were just taking some tribal girls to the city for employment.… pic.twitter.com/EV02otczWG
— ANI (@ANI) August 1, 2025
थरूर का बयान
हालांकि, अब थरूर ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, "यह कोई केस ही नहीं है। ऐसा नहीं है और हम सब यह जानते हैं।" थरूर से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने भी ट्रंप के बयान पर विरोध जताया था।
अमेरिका के 'टैरिफ बम' पर थरूर की प्रतिक्रिया
उन्होंने ट्रंप के बयान को खारिज करते हुए कहा था कि वह गलत हैं। इसके साथ, शशि थरूर ने अमेरिका द्वारा भारत पर 25% टैरिफ और जुर्माना लगाने को लेकर कहा था कि यह सिर्फ एक सौदेबाजी की रणनीति है और दोनों देशों के बीच ट्रेड वार्ता चल रही है।
राहुल गांधी का उल्टा दांव
भारतीय उत्पादों पर अमेरिका द्वारा लगाए गए 25 प्रतिशत शुल्क के राजनीतिक नफा-नुकसान भी आंके जा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए ट्रंप कार्ड उल्टा पड़ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की इकोनॉमी को डेड कहा तो राहुल गांधी ने तत्काल समर्थन किया। उन्होंने कहा- मैं खुश हूं कि ट्रंप ने यह बात कही। हालांकि, उनकी ही पार्टी के शशि थरूर और राजीव शुक्ला समेत शिवसेना यूबीटी की प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे नकार दिया।
राजीव शुक्ला और प्रियंका गांधी के बयान से असहमत
राजीव शुक्ला ने कहा कि हमारी आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी कमजोर नहीं है। अगर कोई दावा करता है कि वह हमें आर्थिक रूप से खत्म कर सकता है, तो यह शायद गलतफहमी की वजह से है। ट्रंप भ्रम में जी रहे हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इसे मृत अर्थव्यवस्था कहना सिर्फ अहंकार या अज्ञानता का नतीजा हो सकता है। इस टैरिफ ने यह भी साबित कर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर को रुकवाने के लिए ट्रंप ने जिस ट्रेड की बात कही थी वह गलत था, क्योंकि भारत पर कई पड़ोसी देशों के मुकाबले न सिर्फ ज्यादा टैरिफ लगाया जा रहा है, पाकिस्तान से मुहब्बत दिखाकर भारत पर अभी भी दबाव बनाने की कोशिश जारी है।
हालांकि, भारत के रुख से स्पष्ट है कि वह कोई दबाव नहीं सहेगा। यह भी सकारात्मक संदेश है कि अपने किसानों और उद्यमियों के हितों को प्राथमिकता पर रखते हुए भारत सरकार ने ट्रेड डील में भी अमेरिकी दबाव नहीं माना। विपक्ष को चाहे अनचाहे भारत के इस रुख का समर्थन तो करना ही होगा।
रेटिंग एजेंसियों पर भी राहुल को भरोसा नहीं
राहुल ने अब डेड इकोनॉमी पर ट्रंप का राग छेड़ा है, जिसे बहुत समर्थन मिलना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को छोड़कर हर कोई जानता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मृत है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने देश की आर्थिक, रक्षा और विदेश नीतियों को नष्ट कर दिया है। जबकि रेटिंग एजेंसियां कह चुकी हैं कि भारत सबसे तेज गति से बढ़ने वाली इकोनॉमी है। वैसे भी ट्रंप ने जिस तरह भारत के लिए शब्दों का उपयोग किया है कि वह संवेदनशील मुद्दा भी बन सकता है और राहुल का दांव उल्टा पड़ सकता है।
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