महिलाओं के नेतृत्व में 2047 तक विकसित बनेगा भारत, महिला की आर्थिक स्वतंत्रता आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्वपूर्ण- ओम बिरला
तिरुपति में संसद और राज्यों की महिला सशक्तिकरण समितियों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। ओम बिरला ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि महिलाएं अब सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की वाहक हैं। विकसित भारत के लिए महिलाओं के नेतृत्व में विकास विषय पर सम्मेलन में 20 से अधिक राज्य भाग ले रहे हैं। ओम बिरला ने कहा कि महिला आर्थिक स्वतंत्रता आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्वपूर्ण है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में नारी सशक्तीकरण को एक नया आयाम मिला जब आस्था की पावन धरती तिरुपति में संसद और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की महिला सशक्तीकरण समितियों के प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इसे ऐतिहासिक अवसर बताया और कहा कि महिलाएं अब केवल लाभार्थी नहीं हैं बल्कि देश में सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन की वाहक हैं। नारी शक्ति का विकास होगा तभी देश विकसित राष्ट्र बनेगा।
बता दें कि संसद की महिला सशक्तीकरण समिति का गठन 1997 में हुआ था और कई विधानसभाओं ने भी यह समितियां बना रखी हैं, लेकिन करीब तीन दशक में पहली बार केंद्र और प्रदेशीय समितियों एक साथ बैठकर महिलाओं के विषयों पर विमर्श कर रही हैं।
विकसित भारत के लिए महिलाओं के नेतृत्व में विकास
सम्मलेन का विषय विकसित भारत के लिए महिलाओं के नेतृत्व में विकास रखा गया है और इसमें बीस से अधिक राज्य भाग ले रहे हैं।इस अवसर पर ओम बिरला ने कहा कि संसदीय समिति राज्यों से जुड़े विषयों पर पहले भी बात करती थी किंतु इस सम्मेलन का उद्देश्य देश में नारी सशक्तीकरण को समावेशी रूप देना है ताकि हर बेटी पढ़े, हर महिला आगे बढ़े। इसने देशभर से सांसदों, नीति निर्माताओं और महिला नेताओं को एक साथ लाकर सामूहिक रूप से रणनीति तय करने का अवसर प्रदान किया है। महिलाओं की भूमिका और सुरक्षित भविष्य ही राष्ट्रीय प्रगति की गति और स्वरूप निर्धारित करेगा।
महिला की आर्थिक स्वतंत्रता आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्वपूर्ण- ओम बिरला
प्रधानमंत्री के विजन का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि प्रत्येक महिला की आर्थिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करना आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत की प्राप्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने इस अवसर पर प्रस्ताव दिया कि दो दिनी सम्मेलन के हर सत्र का नेतृत्व नारी शक्ति को करने का अवसर दिया जाए जिसकी घोषणा लोकसभा अध्यक्ष ने मंच से की। कार्यक्रम में संसद की महिला सशक्तीकरण समिति की अध्यक्ष डा. डी. पुरंदेश्वरी ने महिलाओं के विकास के लिए बढ़ाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। सम्मेलन शुरू होने से पहले लोकसभा अध्यक्ष ने तिरुमला स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
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