Gurbani Broadcast: गुरबाणी प्रसारण के लिए SGPC का यूट्यूब चैनल शुरू, हरजिंदर सिंह धामी ने किया उद्घाटन
SGPC Gurbani YouTube Channel श्री हरिमंदिर साहिब से गुरबाणी के प्रसारण के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का यूट्यूब चैनल शुरू हो गया है। एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान को चेतावनी दी कि वह सिखों के धार्मिक मामलों में दखलअंदाजी बंद करें नहीं तो सिख कौम इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।

अमृतसर, गुरमीत लूथरा। SGPC YouTube Channel शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने अपने यूट्यूब चैनल एसजीपीसी श्री अमृतसर की शुरुआत कर दी है। रविवार को श्री हरिमंदिर साहिब स्थित गुरुद्वारा मंजी साहिब में आयोजित धार्मिक समारोह में एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने इसका विधिवत उद्घाटन किया। यूट्यूब चैनल से अब श्री हरिमंदिर साहिब से गुरबाणी का सीधा प्रसारण भी शुरू हो गया है।
प्रधान धामी ने जल्द ही एसजीपीसी का अपना सैटेलाइट टीवी चैनल भी शुरू करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहब से जारी आदेशों के अनुसार एसजीपीसी अगले कुछ महीनों तक पीटीसी चैनल से गुरबाणी का सीधा प्रसारण जारी रखेगी। यूट्यूब चैनल पर भी संगत सीधा प्रसारण देख सकेगी।
जल्द शुरू किया जाएगा सैटेलाइट चैनल
गौरतलब है कि करीब एक साल पहले श्री अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने एसजीपीसी को चैनल शुरू करने का आदेश दिया था। इसी को ध्यान में रखते हुए यूट्यूब चैनल की शुरुआत कर दी गई है तथा सैटेलाइट टीवी चैनल की शुरुआत जल्द करने की घोषणा प्रधान धामी ने की है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को ही एसजीपीसी का पीटीसी चैनल के साथ 11 साल पुराना करार खत्म हो गया है। जिसके तहत पीटीसी चैनल की तरफ से गुरबाणी का सीधा प्रसारण होता रहा है। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने दो दिन पहले श्री अकाल तख्त साहिब से फरमान जारी कर एसजीपीसी को पीटीसी चैनल से सीधा प्रसारण जारी रखने का आदेश दिया था। उनका कहना था कि जब तक एसजीपीसी अपना सेटेलाइट चैनल शुरू नहीं कर देती तब तक गुरबाणी का प्रसारण जस के तस जारी रखा जाए।
उनका कहना था कि देश विदेश की संगत प्रसारण बंद होने से गुरबाणी के प्रसारण को देखने तथा सुनने से वंचित रह जाएगी। क्योंकि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से यूट्यूब चैनल पर हर कोई इस व्यवस्था का लाभ नहीं उठा सकता है। अभी भी लाखों लोगों के पास इंटरनेट सुविधा मौजूद नहीं है। उनका कहना था कि संगत ने उन्हें मोबाइल तथा अन्य संचार माध्यमों से हजारों संदेश भेजें हैं कि पीटीसी से प्रसारण जारी रखा जाए।
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