अमृतसर: डेरा सच्चा सौदा माफी मामला फिर भड़का, अकाल तख्त ने पूर्व जत्थेदार को तलब कर सुनाई सजा
श्री अकाल तख्त साहिब में पांच सिख साहिबों की बैठक हुई, जिसमें पूर्व जत्थेदार गुरबचन सिंह को डेरा सच्चा सौदा को माफी देने के आरोप में तलब किया गया। उन् ...और पढ़ें

श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश हुए पूर्व जत्थेदार को सजा सुनाते हुए ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज (फोटो: जागरण)
अनुज शर्मा, अमृतसर। श्री हरिमंदिर साहिब में श्री अकाल तख्त साहिब पर आज पांच सिख साहिबों की बैठक हुई। इस बैठक का नेतृत्व तख्त श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने की।
इस बैठक में उनके साथ श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी टेक सिंह, सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी केवल सिंह, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के मुख्य ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी जगिंदर सिंह और श्री अकाल तख्त साहिब के पांच प्यारे ज्ञानी मंगल सिंह भी शामिल हैं।
जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने पूर्व जत्थेदार गुरबचन सिंह सहित कइयों को आज सजा सुनाई जानी है। बैठक के बाद ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने पूर्व जत्थेदार गुरबचन सिंह को सम्मन किया।
जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2015 के सितंबर महीने में डेरा सच्चा सौदा के मुखी की तरफ से की गई गलती के बाद लिखी गई माफी को उन्होंने मंजूर किया था।
जिस पर ज्ञानी गुबचन सिंह ने अपनी गलती मानी और कहा कि वह पहले भी इसके लिए लिखित व जनतक माफी मांग चुके हैं और एक बार फिर वह इसके लिए माफी मांगते हैं।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की तरफ से उन्हें दो दिन जूठे बर्तन साफ करने की सजा सुनाई गई।
जीएनडीयू के वीसी करमजीत सिंह को भी इस दौरान धार्मित सजा सुनाई गई। आरएसएस के एक कार्यक्रम के दौरान उनकी वायरल हुई वीडियो के लिए उन्होंने माफी मांगी।
जिसके बाद उन्हें दो दिन लंगर हॉल में एक घंटा जूठे बर्तन साफ करने और 1 घंटा जूतों की सेवा करने का हुकम हुआ है। इसके अलावा उन्हें भाई काहन सिंह नाभा रचित किताब हम हिंदू नहीं को पढ़ने और 500 किताबें संगत में बांटने के आदेश दिए गए हैं।
बीते दिनों कश्मीर यूनिवर्सिटी में पंजाब सरकार की तरफ से आयोजित श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी समारोह के दौरान नाच-गान हुआ था। जिसका श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से सख्त कदम भी उठाया गया था।
शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी इस मामले में पहले ही माफी मांग चुके हैं और सजा भी पूरी कर चुके हैं। इसी बीच आज कार्यक्रम के आयोजकों में से पंजाब भाषा विभाग के निदेशक जसवंत सिंह भी आज श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे।
जसवंत सिंह ने इस दौरान माना कि गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर जम्मू-कश्मीर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नाच-गायन हुआ। इसके लिए उन्होंने माफी भी मांगी।
अकाली दल के नेता विरसा सिंह वल्टोहा पर लगाई गई पाबंदी को श्री अकाल तख्त साहिब ने हटा दिया है। इससे पहले उन पर 10 साल के लिए अकाली दल से निकाले जाने के हुकम हुए थे।
माफी मांगे जाने के बाद अब वल्टोहा से उस रोक को हटा दिया गया है। हरिंदर सिंह प्रचारक यूके पर भी प्रचार के लिए लगी रोक को हटा दिया गया है।

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