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    कितने सुरक्षित हैं स्कूल? बठिंडा में स्कूलों की चेकिंग के लिए बनी कमेटी, हादसा होने पर स्कूल मुखी जिम्मेदार

    Updated: Wed, 06 Aug 2025 12:03 PM (IST)

    दैनिक जागरण के कितने सुरक्षित हैं स्कूल अभियान के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया। शिक्षा मंत्री के आदेश पर अधिकारियों ने बठिंडा के स्कूलों का दौरा किया और कमियों की तस्वीरें लीं। डीसी ने दो दिन में वेरिफिकेशन पूरी कर 7 अगस्त तक रिपोर्ट मांगी है। स्कूलों की सुरक्षा को लेकर एक कमेटी भी बनाई गई है।

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    कितने सुरक्षित हैं स्कूल? बठिंडा में स्कूलों की चेकिंग के लिए बनी कमेटी (जागरण फोटो)

    साहिल गर्ग, बठिंडा। दैनिक जागरण द्वारा शुरू किए गए अभियान ‘कितने सुरक्षित हैं स्कूल’ का प्रभाव अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस के निर्देशों के बाद मंगलवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जिले के विभिन्न स्कूलों का दौरा किया।

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    इस दौरान अधिकारियों ने स्कूलों की स्थिति का आकलन करने के साथ-साथ खामियों की तस्वीरें भी खींचीं। डीसी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देशित किया कि स्कूलों की वेरिफिकेशन दो दिनों में पूरी की जाए और सात अगस्त तक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।

    इसके लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया है। डीसी की बैठक में यह भी तय किया गया कि यदि किसी स्कूल में कोई अप्रिय घटना होती है, तो स्कूल मुखी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। अधिकारियों ने प्रताप नगर के सरकारी प्राइमरी स्कूल का दौरा किया और वहां बने आरओ को शिफ्ट करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की।

    प्राइमरी स्कूलों की इमारतों की मांगी रिपोर्ट

    इसके अलावा, कोठे कामेके के स्कूल का भी निरीक्षण किया गया। डीसी ने जिला शिक्षा अधिकारी के साथ बैठक में बताया कि मीडिया में जिले के विभिन्न स्कूलों की अनसेफ इमारतों की खबरें आ रही हैं। इस पर उन्होंने समूह प्राइमरी स्कूलों की इमारतों की रिपोर्ट मांगी है।

    इसके लिए सभी समूह स्कूलों की इमारतों की फिजिकल चेकिंग और वेरिफिकेशन के आदेश दिए गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने समूह ब्लॉक प्राइमरी शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर कहा है कि संबंधित सेंटर हेड टीचर अपने अधीन आने वाले स्कूलों की इमारतों की जांच करेंगे।

    सात अगस्त तक मांगी गई कंपाइल रिपोर्ट

    स्कूलों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें जिला कोआर्डिनेटर निर्भय सिंह, सहायक कोआर्डिनेटर जितेंद्र शर्मा और जेई सिविल वर्क्स भूपेंद्र सिंह शामिल हैं। डीसी ने स्कूलों की वेरिफिकेशन की कंपाइल रिपोर्ट सात अगस्त तक मांगी है।

    विद्यार्थियों को अनसेफ कमरों में न बिठाने का आदेश जिला शिक्षा अधिकारी एलिमेंट्री ने समूह सरकारी प्राइमरी स्कूलों के मुखियाें को पत्र जारी कर निर्देशित किया है कि विद्यार्थियों को अनसेफ इमारतों या कमरों में न बिठाया जाए।

    पत्र में स्पष्ट किया गया है कि यदि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होती है, तो इसके लिए स्कूल मुखी की निजी जिम्मेदारी होगी। साथ ही स्कूलों की छत्तों की सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।