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    बठिंडा में नशा का टीका लगाने से 21 साल के युवक की मौत, हाथ में लगी मिली नशे की सिरिंज; गांव में मचा कोहराम

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 12:42 PM (IST)

    बठिंडा के गांव हररायेपुर में एक 21 वर्षीय युवक आकाश दीप सिंह का शव सरकारी स्कूल के खेल मैदान से बरामद हुआ। चिट्टा का टीका लगाने से उसकी मौत हुई। मृतक नशे की लत से बाहर निकालने के लिए नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवाया गया था लेकिन वह दोबारा नशे की लत में लग गया।

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    बठिंडा में नशा का टीका लगाने से 21 साल के युवक की मौत (Jagran Photo)

    जासं, बठिंडा। राज्य सरकार युद्ध नशे के विरूध अभियान चलाकर नशा खत्म होने का दावा कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ जमीनी सच्चाई यह भी है कि अभी नशा आसानी से मिल रहा है। जिसकी ताजा उदाहरण शुक्रवार को बठिंडा जिले के गांव हररायेपुर में देखने को मिली।

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    गांव के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के खेल मैदान से गांव के रहने वाले 21 वर्षीय युवक आकाश दीप सिंह आशु का शव बरामद हुआ। जिसकी मौत चिट्टा का टीका लगाने से हुई है। मौत के समय चिट्टा का टीका उसके हाथ में था।

    गांव में शोक की लहर

    शुक्रवार सुबह उसका शव खेल मैदान से बरामद होने के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी और ग्रामीणों ने बठिंडा पुलिस ने नशा तस्करों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। बताया जा रहा है कि मृतक आकाशदीप सिंह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, जबकि वह बालीवाल और कबड्डी का खिलाड़ी रहा चुका है।

    ग्रामीणों के अनुसार मृतक आकाशदीप सिंह 12वीं पढ़ाई कर चुका था। करीब एक डेढ़ साल पहले नशे की बुरी लत में फंस गया था।

    जिसके चलते उसे नशे की लत से बाहर निकालने के लिए उसके परिजनों द्वारा उसे नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवाया गया था। करीब एक माह पहले ही वह नशा मुक्ति केंद्र से आया था, लेकिन वह दोबारा से नशे की लत में लग गया।

    चिट्टा लगाने से हुई मौत

    माना जा रहा है कि वीरवार रात्रि नशा करने के लिए वह सरकारी स्कूल के पीछे बने मैदान में आया और चिट्टे का टीका लगाने के बाद उसकी मौत हो गई। जिसके बारे में पता शुक्रवार सुबह तब पता चला, जब लाेग खेल मैदान में पहुंचे और आकाशदीप सिंह का शव वहां पर पड़ा हुआ देखा।

    गांव हररायेपुर के लोगों का कहना है कि पिछले तीन सालों में दो दर्जन से ज्यादा नौजवानों की नशे के कारण मौत हो चुकी है, जबकि एक दर्जन युवक इकलौटे बच्चे थे।

    गांव में बढ़ते नशे को रोकने के लिए ग्रामीणों ने मिलकर नशा मुक्ति कमेटी का गठन भी किया था और गांव में अभियान भी चला था, जिसका असर देखने को मिला था कि गांव में नशा रुकने लगा था, लेकिन अब फिर से गांव में खुलेआम नशा बिकने लगा है। जिसके चलते नशा छोड़ चुके युवक नशे की लत लगने पर उक्त नशा हासिल कर रहे है।

    मामले की जांच कर रही पुलिस

    उधर, इस मामले को लेकर एसपी सिटी नरिंदर सिंह का कहना है कि शुक्रवार को गांव हररायेपुर से एक युवक का शव बरामद हुआ है, जिसकी मौत नशा का टीका लगाने से मानी जा रही है, चूकिं उसके पास एक एक टीका भी बरामद हुआ है।

    थाना नेहियांवाला में मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि मृतक युवक की मौत के लिए जिम्मेवार लोेगों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।