मर्जी से प्रेम विवाह करने वाली बेटी को पिता ने बस स्टॉप पर दातर से काटा, 2 साल की नातिन को भी उतारा मौत के घाट
बठिंडा के गांव विर्क कलां में जसमनदीप कौर नामक एक महिला और उसकी दो वर्षीय बेटी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। जसमनदीप अपने ससुर के साथ बस स्टैंड पर बठिंडा जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी तभी उसके पिता राजवीर सिंह और भाई परमपाल सिंह ने उस पर दातर से हमला कर दिया।

जागरण संवाददाता, बठिंडा। जिले के गाव विर्क कलां का बस स्टॉप 30 वर्षीय जसमनदीप कौर सोमवार सुबह अपनी दो वर्ष की बेटी एकमदीप को दवा दिलाने के लिए अपने ससुर के साथ बठिंडा जाने के लिए बस का इंतजार कर रही है।
ठीक उसी समय जसमनदीप के पिता गांव विर्क कलां के नंबरदार राजवीर सिंह व उसका भाई परमपाल सिंह वहां पहुंचते हैं। बेटी के विवाह के बाद उसका पिता से पहली आमना-सामना होता है।
पिता उसे अलग चलकर बात करने के लिए कहते हैं पर दोनों में तुरंत बहस शुरू हो जाती है और देखते ही देखते नंबरदार राजवीर जसमनदीप पर दातर चलाना शुरू कर देता है जसमनदीप बचाने की गुहार लगाती है उसके ससुर उसे बचाने की कोशिश करते हैं तो वह भी दातर लगने से चोटिल हो जाते हैं। दातर के ताबड़तोड़ वार से जसमनदीप की पुत्री एकमदीप भी घायल हो जाती है।
बस स्टाप पर मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही राजवीर व परमपाल दिनदहाड़े बीच बाजार जसमनदीप की हत्या करके फरार हो जाते हैं। अस्पताल पहुंचने पर जसमनदीप व एकमदीप की मौत हो जाती है।
सोमवार सुबह घटित हुई घटना के बाद मृतका जसमनदीप कौर के पति रवि शर्मा ने पुलिस को बताया कि उसने लगभग पांच वर्ष पहले गांव विर्क कलां के नंबरदार राजवीर सिंह की बेटी जसमनदीप कौर से प्रेम विवाह किया था।
परिवार की नाराजगी के कारण दोनों ने हाई कोर्ट से प्रोटेक्शन लेकर शादी की थी। शादी के तीन वर्ष बाद उनकी बेटी एकमदीप का जन्म हुआ। विवाह के बाद से दंपती रवि के पिता के साथ ही रहता था और उनकी ससुराल वालों से कोई बातचीत नहीं थी।
रवि का कहना है कि शादी के बाद से ही उसका ससुर राजवीर व साला परमपाल उनसे मनमुटाव रखते थे लेकिन कभी सीधे टकराव नहीं हुआ इसलिए बस स्टाप पर अचानक हुए इस हमले ने सभी को हैरान कर दिया है। बताया जाता है कि लड़की व लड़के का एक ही गांव का होने के कारण नंबरदार राजवीर अपनी बेटी से नाराज था।
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