ऑपरेशन ट्रैकडाउन में 874 कुख्यात अपराधी गिरफ्तार, 337 हिस्ट्रीशीट खुली; खंगाली जा रही अपराधियों की फाइल
हरियाणा पुलिस ने 'ऑपरेशन ट्रैकडाउन' के तहत 4071 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिससे राज्य की जेलें ओवरलोड हो गई हैं। 874 कुख्यात अपराधी भी पकड़े गए हैं। जेलों में जगह कम होने के कारण अस्थायी बैरकें बनाई जा रही हैं। रेवाड़ी में नई जेल का उद्घाटन हुआ, पर अभी तक शुरू नहीं हुई। जमानत पर आए अपराधियों पर भी कार्रवाई जारी है।

ऑपरेशन ट्रैकडाउन में 874 कुख्यात अपराधी गिरफ्तार। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में चल रहे ‘आपरेशन ट्रैकडाउन’ ने अपराधियों की कमर तोड़ दी है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के निर्देश पर चलाए गए अभियान में 4071 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इनमें 874 कुख्यात अपराधी भी शामिल हैं, जिनमें से कई ऐसे नाम हैं जो दहशत के पर्याय माने जाते थे।
तेजी से बढ़ती गिरफ्तारियों का सीधा असर अब प्रदेश की जेलों पर पड़ रहा है। अधिकतर जेल ओवरलोड हो गई हैं। राज्य में तीन सेंट्रल जेल और 17 जिला जेलें हैं। इनकी कुल क्षमता 22 हजार 837 कैदियों-बंदियों को रखने की है।
पहली तक कुल 27 हजार 230 कैदी व बंदी जेलों में थे। यानी क्षमता के हिसाब से चार हजार 353 कैदी-बंदी जेलों में अधिक थे। अब ऑपरेशन ट्रैकडाउन में लगातार हो रही गिरफ्तारियों से यह ओवरलोड तेजी से बढ़ रहा है। कई जिलों में बैरकों में जगह नहीं बची। कुछ को अस्थायी बैरकों में एडजस्ट किया जा रहा है।
जेल विभाग के महानिदेशक आलोक राय का कहना है कि कैदियों की संख्या बढ़ी जरूर है, लेकिन हमारे पास बैरक से बाहर भी कई जगह होती हैं, जिन्हें अस्थायी बैरक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। सभी कैदियों को एडजस्ट कर दिया जाएगा। हालांकि जेल विभाग की कार्यशैली पर सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा हो रहा है।
रेवाड़ी में 1000 कैदियों की क्षमता वाली नई जिला जेल का 15 जून को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से उदघाटन करवा दिया गया, लेकिन अब तक एक भी कैदी वहां नहीं भेजा गया। जब बिल्डिंग तैयार ही नहीं थी तो जल्दी में उद्घाटन क्यों किया गया। प्रदेश की सभी जेलें ओवरलोड हैं, जबकि नई जेल खाली पड़ी है।
आइजी एससीबी राकेश आर्य ने बताया कि आपरेशन ट्रैक डाउन में अब तक कुल 874 कुख्यात अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जमानत पर बाहर आए अपराधियों की फाइलें खंगाली जा रही हैं। कई की जमानत रद कराने की कार्रवाई जारी है। प्रदेशभर में 337 हिस्ट्रीशीट खोली जा चुकी हैं।

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