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    पंजाब सरकार को बहुत बड़ा झटका, केंद्र ने रद की 800 करोड़ की सड़क परियोजनाएं; क्या है वजह

    केंद्र सरकार ने पंजाब की 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की सड़क परियोजनाओं को रद कर दिया है क्योंकि टेंडर जारी करने और निर्माण कार्य शुरू करने में देरी हो रही थी। आर्थिक संकट से जूझ रही पंजाब सरकार के लिए यह एक बड़ा झटका है क्योंकि राज्य पर पहले से ही चार लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। केंद्र ने ग्रामीण विकास फंड भी रोक रखा है।

    By Digital Desk Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Thu, 14 Aug 2025 10:39 PM (IST)
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    केंद्र सरकार ने पंजाब में 800 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं रद कर दी।

    कैलाश नाथ, चंडीगढ़। केंद्र सरकार ने पंजाब की 800 करोड़ रुपये से अधिक की सड़क परियोजनाओं को रद कर दिया है। यह निर्णय टेंडर जारी करने और निर्माण कार्य शुरू करने में हो रही देरी के कारण लिया गया है। आर्थिक संकट से जूझ रही पंजाब सरकार के लिए यह एक बड़ा झटका है, क्योंकि राज्य पर लगभग चार लाख करोड़ रुपये का कर्ज है।

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    केंद्र ने पहले ही ग्रामीण विकास फंड (आरडीएफ) के तहत 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का फंड रोक रखा है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे और सड़कों की मरम्मत के लिए आवश्यक है। जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री सड़क परियोजना-3 के तहत केंद्र ने 64 सड़कों (628.48 किलोमीटर) के अपग्रेड और 38 पुलों (प्रत्येक की लंबाई 15 मीटर से अधिक) के निर्माण की परियोजनाओं को मंजूरी दी थी।

    पंजाब को यह सुनिश्चित करना था कि इन परियोजनाओं पर काम, जिनकी अनुमानित लागत 828.87 करोड़ रुपये है, 31 मार्च 2025 से पहले शुरू हो जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि 59 सड़कों का पुनर्निर्माण होना था, जिसमें डामर और उसके नीचे की परत का पुन: उपयोग करके नई सड़क बनानी थी।

    इसके लिए चार बार टेंडर जारी किए गए, लेकिन कोई फर्म आगे नहीं आई। चार सड़कों और 35 पुलों वाली एक अन्य परियोजना, जिसे मार्च 2025 में मंजूरी दी गई थी, टेंडर प्रक्रिया में थी और इस महीने काम शुरू होने वाला था। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने कहा कि जब काम शुरू होने वाला था, तब इन परियोजनाओं को रद कर दिया गया।

    पंजाब लोक निर्माण विभाग द्वारा केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कई सड़कों की स्थिति बहुत खराब है। इनमें से कुछ सड़कें अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन के सीमावर्ती इलाकों में हैं, जिनकी तत्काल मरम्मत की सिफारिश संबंधित सांसदों ने की थी।

    मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर इन पुलों के निर्माण और सड़कों की मरम्मत की अनुमति देने की आवश्यकता पर जोर दिया था। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने पंजाब को भेजे अपने पत्र में कहा कि उसे राज्य की ओर से परियोजनाओं की समय सीमा बढ़ाने का पत्र मिला था।

    समय सीमा केवल उन्हीं कार्यों के लिए बढ़ाई गई है, जिनके लिए पहले ही टेंडर हो चुके हैं और निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। जो काम शुरू हो चुके हैं, लेकिन मार्च 2026 तक या उससे पहले पूरे नहीं हो सकते, को भी बंद किया जा सकता है।