प्रशासन ध्यान दीजिये...जीरकपुर में हाईवे पर गाड़ी रुकी, बच्चे शीशा साफ करने दौड़े, बड़े हादसे का डर
चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर फ्लाईओवर के नीचे नाबालिग बच्चे वाहनों के शीशे साफ करके पैसे मांगते हैं जिससे यातायात बाधित होता है और दुर्घटना का ख़तरा बढ़ता है। पैसे न देने पर वे गाड़ियों को नुकसान पहुंचाते हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सुरक्षा के लिए कदम उठाने की अपील की है क्योंकि हाईवे पर उनका दौड़ना खतरनाक है।

संवाद सहयोगी, जीरकपुर। चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर बने फ्लाईओवर के नीचे इन दिनों वाहन चालकों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। हाथों में फोम और सर्फ का पानी लिए नाबालिग बच्चों का झुंड अचानक कारों के सामने आकर शीशा साफ करने लगता है और फिर पैसे की मांग करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नजारा न केवल ट्रैफिक में बाधा डाल रहा है, बल्कि किसी बड़े सड़क हादसे को भी न्यौता दे रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब चालक पैसे देने से इन्कार करते हैं तो बच्चे गुस्से में गाड़ी पर खरोंच डाल देते हैं और भाग जाते हैं। इससे वाहन मालिकों को नुकसान होता है और कई बार झगड़े की स्थिति भी बन जाती है। राहगीरों का कहना है कि ये बच्चे व्यस्त हाईवे पर बिना किसी डर के इधर-उधर दौड़ते हैं, जिससे अचानक ब्रेक लगाने पड़ते हैं और टक्कर की संभावना बढ़ जाती है।
राहगीरों और दुकानदारों ने प्रशासन से अपील की है कि बच्चों की सुरक्षा और सड़क हादसों से बचाव के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उनका कहना है कि हाईवे पर तेज रफ्तार गाड़ियों के बीच उनका यूं दौड़ना बेहद खतरनाक है। सोशल वर्कर्स का कहना है कि यह मामला बाल श्रम और बाल सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। इन बच्चों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित वातावरण और शिक्षा उपलब्ध कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है। वहीं, ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसे बच्चों को पैसे न दें ताकि यह प्रथा धीरे-धीरे खत्म हो सके।
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