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    नए चीफ सेक्रेटरी के कार्यभार संभालते ही चंडीगढ़ में प्रशासनिक फेरबदल तय, रिपार्ट कार्ड तैयार करने में जुटे अधिकारी

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 01:50 PM (IST)

    वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एच राजेश प्रसाद बुधवार को चंडीगढ़ के चीफ सेक्रेटरी का पदभार संभालेंगे। प्रशासन उनके समक्ष विभागों की रिपोर्ट पेश करेगा जिसके बाद अधिकारियों के विभागों में फेरबदल की संभावना है। शहर की खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत और नई सड़कें बनाना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है जिस पर प्रशासक गुलाब चंद कटारिया लगातार अपडेट ले रहे हैं।

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    सीनियर आईएएस अधिकारी एच राजेश प्रसाद करेंगे चीफ सेक्रेटरी के पद पर ज्वॉइन।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सीनियर आईएएस अधिकारी एच राजेश प्रसाद बुधवार को चंडीगढ़ में चीफ सेक्रेटरी के पद पर ज्वॉइन कर सकते हैं। इससे पहले प्रशासन के विभाग अपना रिपोर्ट कार्ड लगभग तैयार कर लिया है। बीकाॅम, एमबीए और एलएलबी पास प्रसाद के सामने रिपोर्ट पेश की जाएगी। प्रसाद के आने के बाद अधिकारियों के महकमों में फेरबदल भी तय माना जा रहा है। विभागों के कार्य का रिव्यू कर नए अधिकारियों की जिम्मेदारी मिल सकती है। नए चीफ सेक्रेटरी सभी विभागों की अपने स्तर पर रिपोर्ट तैयार कर प्रशासक को देंगे, जिसके बाद अधिकारियों के विभाग बदलने पर फैसला लिया जा सकता है।

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    अधिकारियों ने प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स को लेकर भी पूरी रिपोर्ट तैयार कर ली है। पूर्व चीफ सेक्रेटरी राजीव वर्मा के दिल्ली चलने जाने के बाद अब नए सिरे से सभी विभागों को बीते 3 से 4 महीनों की प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करनी होगी। पहले शिक्षा, हेल्थ, इंजीनियरिंग, पुलिस समेत यूटी प्रशासन के प्रमुख विभागों के अध्यक्ष चीफ सेक्रेटरी के सामने ब्रीफिंग (पीपीटी से) देंगे।

    प्रसाद की कार्यप्रणाली को लेकर सचिवालय में चर्चाएं तेज

    चार अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से जम्मू एंड कश्मीर में तैनात 1995 एजीएमयूटी बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी एच राजेश प्रसाद को चंडीगढ़ का नया चीफ सेक्रेटरी नियुक्त करने के आदेश जारी किए थे। प्रसाद की कार्यप्रणाली को लेकर यूटी सचिवालय के गलियारों में चर्चाएं काफी तेज हैं। काम के मामले में उनको काफी कड़क अधिकारी माना जाता है। वे दिल्ली के अलावा अरुणाचल प्रदेश में विभिन्न अहम विभागों के प्रमुख रह चुके हैं। शिक्षा और प्रशासनिक विभागों में उनका खास अनुभव रहा है।

    खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत प्रशासनिक अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती

    यूटी प्रशासन के सामने इस समय सबसे बड़ी चुनौती निर्धारित समय में शहर की खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत और नई सड़कें बनाना है। प्रशासक गुलाब चंद कटारिया इस मामले में लगातार अधिकारियों से अपडेट ले रहे हैं। बीते हफ्ते ही चीफ सेक्रेटरी कम गृहसचिव मनदीप सिंह बराड़ ने इंजीनियरिंग विभाग,नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक में शहर की सड़कों की रिकार्पेटिंग और रिपेयर को लेकर रिपोर्ट तलब की थी।

    बराड़ ने इंजीनियरिंग विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं कि सड़कों की रिपेयर निर्धारित समय के साथ ही थर्ड पार्टी से रिव्यू रिपोर्ट और समय पर काम पूरा करने वाले ठेकेदारों को भुगतान किया जाए। शहर की सड़कों की हालात ठीक होने में कम से कम छह महीने से अधिक समय लगेगा। टूटी सड़कों की हालात को देखते हुए प्राथमिकता आधार पर रिपेयर वर्क पूरा किया जाएगा।