चंडीगढ़ में चीफ सेनिटरी इंस्पेक्टर और उनकी पत्नी पर चलेगा आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा
चंडीगढ़ में चीफ सेनिटरी इंस्पेक्टर और उनकी पत्नी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा चलेगा। उन पर ज्ञात आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। जांच में कई अनियमितताएं पाई गईं, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। अब यह मामला अदालत में सुना जाएगा।

चीफ सेनिटरी इंस्पेक्टर चंद्रमोहन और उनकी पत्नी के खिलाफ सीबीआई विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। दो साल पहले सीबीआई एक लाख रिश्वत के केस में फंसे नगर निगम के चीफ सेनिटरी इंस्पेक्टर चंद्रमोहन और उनकी पत्नी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा चलेगा। चंद्रमोहन की पत्नी काजल गुप्ता पीजीआई में नर्सिंग ऑफिसर है। सीबीआई ने दंपती के खिलाफ सीबीआई की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी। सीबीआई को रिश्वत मामले की जांच के दौरान दंपती से आय से 148 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिली थी। पिछले 14 वर्षों में इनकी आय और कुल संपत्ति की जांच तो यह तथ्य सामने आए।
सेनेटरी इंस्पेक्टर की शिकायत पर सीबीआई ने किया था गिरफ्तार
सीबीआई को रिश्वत मामले में नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्टर जितेंद्र ने शिकायत दी थी। जितेंद्र ने बताया था कि उसे किसी वजह से नौकरी से निकाल दिया गया था। नौकरी पर वापस रखने के नाम पर चंद्रमोहन और हेल्थ सुपरवाइजर संदीप धनखड़ ने उनसे तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी। जितेंद्र ने इस बारे में सीबीआई को सूचना दे दी। सीबीआई ने फिर ट्रैप लगाकर चंद्रमोहन और संदीप को गिरफ्तार कर लिया था।
बैंक लाॅकर से मिला था 1.67 करोड़ का सोना
सीबीआई ने रिश्वत मामले की जांच के दौरान चंद्रमोहन के घर की तलाशी ली थी। इस दौरान उनके बैंक लाकर के बारे में पता चला था जोकि चंद्रमोहन और उनकी पत्नी के नाम पर था। सीबीआई ने जब बैंक के उस लाकर की जांच की तो वहां 3300 ग्राम सोना मिला था जिसकी कीमत करीब 1.67 करोड़ रुपये थी। इसके बाद सीबीआई ने इनकी और संपत्ति का पता लगाने के लिए जांच को आगे बढ़ाया।
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