Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हाॅकी के 100 साल पूरे! चंडीगढ़ में हर वर्ष होगी लीग प्रतियोगिता, प्रशासक ने लोगो किया लॉन्च, विजेता को मिलेगा 35 लाख का इनाम

    By Ravi Atwal Edited By: Sohan Lal
    Updated: Fri, 07 Nov 2025 06:31 PM (IST)

    चंडीगढ़ में भारतीय हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने पर यूटी प्रशासन ने हॉकी चंडीगढ़ के साथ मिलकर एक कार्यक्रम आयोजित किया। प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने चंडीगढ़ हॉकी लीग का लोगो लॉन्च किया, जो हर साल आयोजित की जाएगी और जिसमें 35 लाख रुपये का पुरस्कार होगा। प्रशासक ने खिलाड़ियों और कोचों को सम्मानित किया और 'नशा मुक्त भारत' की शपथ दिलाई।

    Hero Image

    सेक्टर-42 के स्टेडियम में हुए कार्यक्रम में प्रशासक गुलाब चंद कटारिया बतौर मुख्यातिथि पहुंचे।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। भारतीय हाॅकी के 100 गौरवशाली वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यूटी प्रशासन ने भव्य कार्यक्रम का आयोजन कराया। सेक्टर-42 के स्टेडियम में हुए कार्यक्रम में प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने चंडीगढ़ हाॅकी लीग का लोगो लाॅन्च किया।

    यह लीग हर वर्ष आयोजित की जाएगी, जिसमें 35 लाख रुपये की पुरस्कार राशि निर्धारित की गई है। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को ‘नशा मुक्त भारत’ की शपथ भी दिलाई।

    हाॅकी चंडीगढ़ के साथ मिलकर कराए गए कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय हाॅकी प्रतियोगिताओं में शहर का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों और कोच को सम्मानित किया। इनमें ओलिंपियन दीपक ठाकुर, राजपाल सिंह, बलजीत सिंह और गुरजंट सिंह के साथ-साथ भारतीय टीम के वर्तमान खिलाड़ी संजय, मनिंदर सिंह और विक्रमजीत सिंह शामिल थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हाॅकी चंडीगढ़ के अध्यक्ष करण गिल्होत्रा ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि चंडीगढ़ इस ऐतिहासिक समारोह की मेजबानी कर रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य नई पीढ़ी को भारतीय हाकी की स्वर्णिम विरासत से जोड़ना है। इस अवसर पर भारतीय जूनियर टीम के कप्तान रोहित के परिजन भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

     

    चंडीगढ़ ने भारतीय हाकी को अनेक ओलंपियन खिलाड़ी दिए हैं, जिन्होंने देश का गौरव बढ़ाया है। यहां की प्रतिभा, समर्पण और खेल भावना वास्तव में प्रेरणादायक है। मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में चंडीगढ़ भारतीय हाकी की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।
    - गुलाब चंद कटारिया, प्रशासक