लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा पर अवकाश की मांग, दिल्ली में है तो चंडीगढ़ में क्यों नहीं?
दिल्ली में छठ पूजा पर अवकाश होने के बावजूद चंडीगढ़ में अवकाश न होने पर लोगों ने नाराजगी जताई है। लोगों का कहना है कि छठ पूजा उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण त्योहार है और उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए चंडीगढ़ प्रशासन को भी अवकाश घोषित करना चाहिए।कहा कि सरकारी अवकाश न होने से श्रद्धालुओं को कार्यालयों, स्कूलों और अन्य कार्यस्थलों पर निजी छुट्टी लेनी पड़ती है, जिससे पूजा में व्यवधान उत्पन्न होता है।

चंडीगढ़ में लाखों श्रद्धालु छठ पूजा पूरे विधि-विधान और श्रद्धा के साथ मनाते हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा पर दिल्ली की तरह चंडीगढ़ में भी अवकाश घोषित करने की मांग उठी है। इसके लिए यादव लोक कल्याण सभा ने प्रशासन से अपील कि है कि छठ व्रतियों के हित को ध्यान में रखा जाए। संस्था के संयोजक कृपा सिंधु यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार ने लोक भावना का सम्मान करते हुए छठ पर्व पर अवकाश अधिसूचित किया है, लेकिन चंडीगढ़ में अब तक कोई छुट्टी नहीं दी गई है। चंडीगढ़ प्रशासन का यह रवैया श्रद्धालुओं की आस्था के प्रति उपेक्षा को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में लाखों श्रद्धालु छठ पूजा पूरे विधि-विधान और श्रद्धा के साथ मनाते हैं। शहर के अनेक घाटों और जलाशयों पर हर वर्ष बड़े स्तर पर आयोजन होते हैं, जिनमें प्रशासनिक अधिकारी, राजनेता और बड़ी संख्या में नागरिक भाग लेते हैं। यहां तक कि चंडीगढ़ प्रशासन स्वयं भी छठ समारोह का आयोजन करता है। इसके बावजूद इस पर्व पर अवकाश न होना असंतोष का कारण है।
कृपा सिंधु यादव ने बताया कि छठ पर्व कई दिनों के उपवास और तैयारियों के बाद दो दिन अर्घ्य देकर सम्पन्न होता है। ऐसे में सरकारी अवकाश न होने से श्रद्धालुओं को कार्यालयों, स्कूलों और अन्य कार्यस्थलों पर निजी छुट्टी लेनी पड़ती है, जिससे पूजा में व्यवधान उत्पन्न होता है।

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