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    CM भगवंत मान ने संजीव अरोड़ा को बनाया ऊर्जा मंत्री, हरभजन ईटीओ से लिया वापस; 5वीं बार मंत्रियों के विभाग में फेरबदल

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 08:48 PM (IST)

    पंजाब सरकार ने हरभजन सिंह ईटीओ से बिजली विभाग लेकर संजीव अरोड़ा को सौंप दिया है अब उनके पास केवल पीडब्ल्यूडी विभाग ही है। उद्योगपतियों द्वारा बिजली विभाग की कमियों को उजागर करने और पावरकॉम कर्मचारियों की हड़ताल के बाद यह फैसला लिया गया। सरकार का फोकस निवेश पर है और नई औद्योगिक नीति के लिए कमेटियां बनाई गई हैं।

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    संजीव अरोड़ा को मिला पावर महकमा। फोटो जागरण

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने हरभजन सिंह ईटीओ से बिजली महकमा लेकर डेढ़ माह पहले मंत्री संजीव अरोड़ा को दे दिया है। अब ईटीओ के पास केवल एक विभाग पीडब्ल्यूडी रह गया है।

    जानकारी के अनुसार उद्योग मंत्री संजीव अरोड़ा के समक्ष उद्योगपति लगातार बिजली विभाग की खामियों को उजागर कर रहे थे।

    वहीं, पिछले सप्ताह ही पावर काम के सारे मुलाजिम हड़ताल पर चले गए थे। आम आदमी पार्टी के सवा तीन साल के कार्यकाल के दौरान यह पांचवां मौका हैं जब मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया गया है।

    जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार का इस समय फोकस एरिया निवेश पर हैं। नई इंडस्ट्रियल पालिसी बनाने के लिए उद्योग मंत्री ने 24 कमेटियों का गठन किया है। जोकि अपनी रिपोर्ट 1 अक्टूबर तक उद्योग मंत्री को सौंपेगी। इन कमेटियों के लेकर उद्योग मंत्री लगातार उद्योगपतियों के साथ बैठक कर रहे थे।

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    इन बैठकों में बिजली विभाग की खामियों का मुद्दा लगातार उद्योगपति रख रहे थे। संभवत: यही कारण हैं कि मुख्यमंत्री ने उद्योग , इन्वेस्टमेंट प्रमोशन और पावर महकमा एक ही मंत्री को दे दिया है। बता दें कि संजीव अरोड़ा के पास उद्योग के साथ-साथ एनआरआई विभाग पहले से ही था। अब वह तीन महकमे देखेंगे।

    बता दें कि आप सरकार में अभी तक पांच बार कैबिनेट का विस्तार और पांच ही बार मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया जा चुका है। सबसे पहले जनवरी 2023 में पांच मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया गया था। उसके दो माह बाद ही 15 मार्च को अमन अरोड़ा से मुख्यमंत्री ने लोक संपर्क विभाग वापस ले लिया था।

    इसके ठीक डेढ़ माह बाद कुलदीप सिंह धालीवाल से ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग ले लिया गया था। 21 नवंबर को गुरमीत सिंह मीत हेयर से माइनिंग, साइंस एंड टेक्नोलाजी, जलस्रोत विभाग वापस ले लिया गया था। अब ईटीओ से पावर महकमा वापस लिया गया है। हरभजन सिंह सरकार बनने के समय से ही पावर विभाग देख रहे थे।