चंडीगढ़ में भ्रष्टाचार का खेल, एक वेंडर का महीने में कई बार सामान जब्त, दूसरे की चेकिंग तक नहीं
चंडीगढ़ नगर निगम में वेंडरों से वसूली का खेल जारी है। सेक्टर-9सी की पार्किंग में एक वेंडर का सामान बार-बार जब्त किया जाता है जबकि दूसरे को अनदेखा किया जाता है। आरोप है कि एक वेंडर को फायदा पहुंचाने के लिए दूसरे को परेशान किया जा रहा है। एन्फोर्समेंट विंग में बदलाव के बावजूद भ्रष्टाचार जारी है जिससे वेंडरों में निराशा है।

बलवान करिवाल, चंडीगढ़। जहां से पैसा आ रहा है वहां कभी जाकर चेक तक नहीं किया जाता और जहां से पैसे नहीं आते उनके हर सप्ताह चालान और सामान जब्त हो रहा है। यह खेल चंडीगढ़ नगर निगम में जारी है। सेक्टर-9सी की एक्सिस बैंक के सामने वाली पार्किंग में एक महीने की कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है। यहां एक वेंडर का महीने में कई बार सामान जब्त किया गया, जबकि दूसरे की चेकिंग तक नहीं की।
इस पार्किंग में बैंकों के सामने दो चाय वाले वेंडर काम करते हैं। एक्सिस बैंक के सामने बैठने वाले वेंडर जस्सी का सोमवार को बीएंडआर की टीम सामान जब्त कर ले गई। यह भी कहा कि सामान अब मिलेगा भी नहीं। जब्त सामान में सिलेंडर, भट्ठी, काउंटर, केतली जैसा सामान शामिल है। साथ ही यह भी धमकी दी गई कि आगे से यहां मत बैठना। शुक्रवार को भी इस वेंडर का दस हजार रुपये का चालान किया गया था। सामान भी जब्त किया गया था।
इसी पार्किंग में 50 कदम दूर दूसरा चाय बेचने वाला वेंडर भी काम करता है। उस वेंडर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। एक वेंडर का सब सामान जब्त कर लिया दूसरे के पास ग्राहकों की भीड़ लगी है। आरोप यह लग रहा है कि इसी वेंडर को फायदा पहुंचाने के लिए ही वेंडर जस्सी को यहां से भगाया जा रहा है। जबकि इस पार्किंग में जस्सी 2015 से काम करता है वह दूसरे वेंडर से भी पहले यहां बैठकर काम करता आ रहा है।
पार्किंग टिकट काउंटर पर भी कब्जा
इसी पार्किंग में बैठने वाले दूसरे वेंडर ने तो टिकट काउंटर तक पर कब्जा कर रखा है। टिकट काउंटर में ही सामान रखा जाता है। रात को सिलेंडर और दूसरा सामान भी इसी काउंटर में रखा जाता है। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसा नहीं है कि निगम की टीमों को यह जानकारी नहीं है, लेकिन असल वजह यह है के इस वेंडर को जानबूझ कर फायदा पहुंचाया जा रहा है। इस फायदा पहुंचाने की कुछ तो वजह होगी।
पहले एंफोर्समेंट अब तीन अलग-अलग टीम आ रही
पहले केवल एंफोर्समेंट की टीम ही वेंडरों पर कार्रवाई करने आती थी। अब एमओएच और रोड विंग के बीएंडआर की टीम भी कार्रवाई कर रही है। एमओएच और बीएंडआर की टीमें भी केवल इसी वेंडर पर कार्रवाई कर रही हैं। कई वेंडर तो यह कहने भी लगे हैं कि पहले तो केवल एक टीम को पैसे देने पड़ते थे अब तीन-तीन आती हैं।
रेस्टोरेंट का बरामदे में कब्जा
एग्जिस बैंक के साथ ही बने रेस्टोरेंट का सामान पिछले सप्ताह बरामदे में रखने की वजह से जब्त किया गया था। लेकिन रसूख देखिए सामान बीएंडआर के स्टोर से छूटने के बाद फिर वहीं लग रहा है। जबकि बरामदे में मंजूरी के बाद भी कोई सामान नहीं लग सकता। एक तरफ गरीब वेंडर का सामान जब्त कर छोड़ा तक नहीं जा रहा। वहीं दूसरी ओर रेस्टोरेंट के रसूख का कमाल बरामदे में सजे उनके सौफे, बेंच और पुराने म्यूजिक इंस्ट्रुमेंट से देख सकते हैं।
एंफोर्समेंट विंग में इंस्पेक्टर तो बदले पर भ्रष्टाचार का खेल जारी
वेंडर और दुकानदारों से अवैध वसूली के बाद एंफोर्समेंट विंग में इंस्पेक्टर बदल दिए गए। चालान की जिम्मेदारी बीएंडआर और एमओएच विंग के सैनेटरी इंस्पेक्टरों को भी दी गई। यह सब करने के बाद भी निगम में कुछ बदला नहीं है। निगम के इन विभागों में कार्यरत स्टाफ के मुंह भ्रष्टाचार लगा है जो कभी छूट ही नहीं सकता। कार्रवाई के नाम पर जमकर भेदभाव हो रहा है।
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