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    Diwali: चंडीगढ़ में शुरू नहीं हुई पटाखों की बिक्री, प्रशासन के पेच में फंसे विक्रेता, अभी तक नहीं मिले लाइसेंस

    By Jagran NewsEdited By: Ankesh Thakur
    Updated: Thu, 20 Oct 2022 12:42 PM (IST)

    Diwali 2022 चंडीगढ़ में अभी तक पटाखों की बिक्री शुरू नहीं हो पाई है। हालांकि 96 विक्रेताओं के ड्रा भी निकाले जा चुके हैं लेकिन उन्हें अभी तक अस्थायी लाइसेंस नहीं दिए गए हैं। ऐसे में सभी विक्रेता आज डीसी आफिस में रोष जता रहे हैं।

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    पटाखों की बिक्री के लिए लाइसेंस न मिलने पर डीसी आफिस में रोष जताते विक्रेता।

    जागरण संवाददाता चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासन ने दो साल बाद शहर में पटाखों की बिक्री और जलाने की मंजूरी दी है। दो साल से शहर में पटाखों पर रोक थी, लेकिन इस बार त्योहारों के मौके पर यह रोक हटा दी गई है। दिवाली पर इस बार ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी गई है। दिवाली को महज 4 दिन बचे हैं और चंडीगढ़ में अभी तक पटाखों की बिक्री शुरू नहीं हो पाई है।

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    शहर में पटाखों की बिक्री के लिए प्रशासन की तरफ से ड्रा के माध्यम से 96 विक्रेताओं को अस्थायी लाइसेंस दिए जाने हैं। पटाखों की बिक्री के लिए ड्रा निकाला जा चुका है, लेकिन विक्रेताओं को अभी टेंपरेरी लाइसेंस इश्यू नहीं किए गए हैं। 

    पटाखे की बिक्री के लिए अस्थायी लाइसेंस के लिए ड्रा में जिन विक्रेताओं के नाम आए हैं अब तक उनको लाइसेंस नहीं मिला है। अभी तक लाइसेंस न मिलने की वजह से विक्रेताओं में रोष है और ये सभी 96 विक्रेता आज डीसी ऑफिस पहुंचे हैं। अभी तक लाइसेंस नहीं मिलने की वजह से विक्रेता पटाखों के स्टाल नहीं लगा पा रहे हैं और पटाखे की बिक्री पर फिलहाल कोई स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। 

    प्रशासन की तरफ से विक्रेताओं को लाइसेंस न दिए जाने का मुख्य कारण यह बताया जा रहा है कि जिन लोगों का ड्रा में नाम आया था उन्हें उस फार्म का सर्टिफिकेट डीसी कार्यालय में जमा कराना था जहां से वह ग्रीन पटाखे खरीद रहे हैं और इसके साथ लाइसेंस धारकों को आनलाइन जीएसटी भी जमा करना था। 

    आनलाइन जीएसटी जमा कराने के मुद्दे पर विक्रेताओं का कहना है कि वह कोई पक्के व्यापारी नहीं है। वह हर बार दिवाली पर पटाखे बेचने के लिए लाइसेंस लेकर अस्थायी कारोबार करते हैं। ऐसे में उनके पास न तो जीएसटी नंबर है और ना ही कोई अन्य सुविधा, जिससे कि वह आनलाइन जीएसटी जमा करा सकें।

    इस पर चंडीगढ़ क्रैकर एसोसिएशन के महासचिव चिराग अग्रवाल ने प्रशासन से अपील की कि वह ग्रीन पटाखे के लाइसेंस के लिए आनलाइन जीएसटी की जगह उन्हें टेंपरेरी जीएसटी नंबर दें, ताकि वह उस टेंपरेरी जीएसटी नंबर पर ग्रीन पटाखे का जीएसटी जमा करा सकें और उन्हें लाइसेंस जल्द से जल्द मुहैया कराया जाए ताकि वह स्टाल  लगाकर ग्रीन पटाखे की बिक्री शुरू कर सकें।