मोहाली में सिख इतिहास के प्रतीक फतेह मीनार के गेट पर ताला, श्रद्धालु निराश होकर लौट रहे, बोले-सरकार दे ध्यान
मोहाली के चप्पड़चिड़ी गांव में बने सिख इतिहास के प्रतीक फतेह मीनार के गेट पर ताला जड़ा देख लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। शिरोमणि अकाली दल के जत्थेदार परविंदर सिंह सोहाना ने बताया कि बाबा बंदा सिंह बहादुर का यह स्मारक लंबे समय से बंद है, जिससे श्रद्धालु निराश होकर लौट रहे। रखरखाव कंपनी का अनुबंध खत्म हो गया है और सरकार ने टेंडर जारी नहीं किया है। सरकार से इसे दोबारा शुरू करने की मांग की है।

चप्पड़चिड़ी गांव में बने फतेह मीनार के गेट पर जड़े ताले को देखकर नाराजगी जाहिर करते शिरोमणि अकाली दल के जिला जत्थेदार परविंदर सिंह सोहाना।
लखवंत सिंह, मोहाली। शिरोमणि अकाली दल सरकार के दौरान आने वाली पीढ़ियों को सिख इतिहास से जोड़ने के लिए मोहाली के चप्पड़चिड़ी गांव में बनाया गया फतेह मीनार आज मौजूदा पंजाब सरकार की अक्षमता और लापरवाही के कारण बंद कर दिया गया है। रविवार को यहां पहुंचे शिरोमणि अकाली दल के जिला जत्थेदार परविंदर सिंह सोहाना ने बताया कि दिवंगत मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से निर्मित "फतेह मीनार" के नाम से बाबा बंदा सिंह बहादुर का स्मारक लंबे समय से बंद है, जिसके कारण इसे देखने आने वाले हजारों श्रद्धालु आम आदमी पार्टी सरकार को कोस कर लौट रहे हैं।
अकाली नेता सोहाना ने उन श्रद्धालुओं से भी बात की जो आज मौके पर पहुंचे थे और स्मारक के मेन गेट पर ताला लगे होने के कारण निराश होकर लौट रहे हैं। इस स्मारक के रखरखाव के लिए जिम्मेदार कंपनी के एक कर्मचारी से बात की, तो उसने कहा कि कंपनी को दिया गया अनुबंध समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस काम के लिए अभी तक टेंडर भी जारी नहीं किया है, जिसके चलते हमने अपना सामान समेट लिया है। सरकार से मांग की है कि सिख इतिहास से जुड़े इस स्मारक पर ध्यान दिया जाए और इसे दोबारा शुरू किया जाए ताकि युवाओं को सिख इतिहास के बारे में जानकारी मिल सके।

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