गृह मंत्रालय की टीम चंडीगढ़ आएगी, उद्योगपतियों से होगी सीधी बात, औद्योगिक विकास की रुकावटों का करेगी आकलन
गृह मंत्रालय की टीम चंडीगढ़ में औद्योगिक विकास की बाधाओं का आकलन करने आ रही है। उद्योगपतियों को अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद है। टीम उद्योग संगठन ...और पढ़ें

चंडीगढ़ में तीन औद्योगिक क्षेत्र हैं, जिनमें करीब 3,500 यूनिट्स कार्यरत हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। उद्योगपतियों को लंबे समय से आ रही समस्याओ और मांगों को गृह मंत्रालय की एक उच्चस्तरीय टीम मंगलवार को शहर में आ रही है। यह टीम औद्योगिक विकास से जुड़ी चुनौतियों का समाधान तलाशने के लिए उद्योगपतियों से सीधे मुलाकात करेगी।
सुुरेंद्र कुमार बागड़े के नेतृत्व में गठित तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की यह टीम दो दिन मंगलवार और बुधवार तक उद्योग संगठनों, व्यापारिक प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठकों में भाग लेगी। उद्देश्य यह जानना कि स्थानीय प्रशासन ने औद्योगिक विकास में कितनी सहायता की है और कौन-सी रुकावटें अभी भी मौजूद हैं।
शहर में तीन औद्योगिक क्षेत्र हैं, जिसमें फेज-1 में 776.14 एकड़, फेज-2 में 486 एकड़ और फेज-3 में 153 एकड़ एरिया जबकि फेज -3 अभी विकसित नहीं है। इन क्षेत्रों में करीब 3,500 यूनिट्स कार्यरत हैं, जो लगभग 24,000 लोगों को रोजगार देती हैं।
इस समय औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगपति मिसयूज और वाॅयलेशन के नोटिस से परेशान हैं और जरूरत के अनुसार बदलाव को नियमित करने के लिए नीति की मांग कर रहे हैं। उद्योगपति फलोर एरिया रेशो बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही लीज होल्ड प्लाॅट्स को फ्री होल्ड का मामला लंबित है। उद्योगपति बीटूसी नीति की मांग कर रहे हैं।

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