आईपीएस पूर्ण कुमार की आखिरी काॅल से खुलेगा आत्महत्या का राज, परिवार ने मांगे मोबाइल फोन
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूर्ण कुमार की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आया है। उनकी पत्नी ने पुलिस से उनके मोबाइल फोन वापस करने की मांग की है, ताकि वे जान सकें कि उनके पति को आखिरी बार किसने फोन किया था। पत्नी का मानना है कि पूर्ण कुमार को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था। उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसपी नरेंद्र बिजारणिया को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस सुसाइड नोट में लिखे नामों से पूछताछ कर सकती है।

रवि अटवाल, चंडीगढ़। हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूर्ण कुमार की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। उनकी पत्नी ने पुलिस से उनके मोबाइल वापस सौंपने की मांग कर दी है। उनकी पत्नी हरियाणा की सीनियर आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस से कहा कि वह देखना चाहती हैं कि उनके पति को आखिरी बार किसने कॉल की थी।
उनका कहना है कि पूर्ण कुमार के साथ उस वक्त कुछ तो ऐसा हुआ कि वह आत्महत्या करने को एकदम मजबूर हो गए। किसी ने तो उन्हें उस वक्त उकसाया होगा। हालांकि उनकी पत्नी ने सीधे तौर पर उनकी मौत के लिए हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसपी रोहतक नरेंद्र बिजारणिया को जिम्मेदार ठहराया है। फिर भी वह जानना चाहती हैं कि उन्हें आत्महत्या से पहले किस-किसने फोन किए थे। पूर्ण कुमार के पास दो मोबाइल फोन थे, जोकि इस वक्त पुलिस के कब्जे में हैं।
पत्नी ने जापान से कई फोन किए थे, लेकिन नहीं उठाए
पूर्ण कुमार की पत्नी अमनीत कुछ दिन पहले ही हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैणी के साथ जापान दौरे पर गई थीं। वहां कार्यक्रम से कुछ वक्त मिलने के बाद उन्होंने पति पूर्ण कुमार को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। उन्होंने लगातार कुछ काल की, लेकिन आगे से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। ऐसे में उन्होंने बेटी को फोन किया, जोकि उस वक्त घर पर ही थी। बेटी जब अपने पापा को बुलाने के लिए गई तो वह उन्हें मृत देखकर दंग रह गई। इसके बाद अमनीत को पति के आत्महत्या के बारे में पता लगा। पूर्ण कुमार ने सात अक्टूबर को अपने सेक्टर-11 स्थित घर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
परिवार की मांग पर पीजीआइ का मेडिकल बोर्ड गठित
पुलिस ने पूर्ण कुमार के पोस्टमार्टम के लिए पहले गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एंड हाॅस्पिटल (जीएमसीएच-32) के फोरेंसिक विशेषज्ञों का बोर्ड गठित किया था, लेकिन परिवार की मांग पर अब पीजीआई का मेडिकल बोर्ड बना दिया गया है। पीजीआई के फोरेंसिक विशेषज्ञों की देखरेख में ही पोस्टमार्टम होगा। हालांकि, पोस्टमार्टम करवाने के लिए अभी तक परिवार राजी नहीं हुआ है। परिवार उनके पोस्टमार्टम से पहले एफआईआर की मांग पर ही अड़ा है।
सुसाइड नोट में जिनके नाम, उनसे पूछताछ होगी
आत्महत्या से पहले पूर्ण कुमार ने आठ पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा था। इस नोट में उन्होंने हरियाणा पुलिस के कई बड़े अधिकारियों और आईएएस अफसरों के भी नाम लिखे थे। चंडीगढ़ पुलिस उन पुलिस अधिकारियों को समन भेजकर पूछताछ कर सकती है। पूर्ण कुमार ने सुसाइड नोट में जिनके नाम लिखे हैं, उनमें मौजूदा डीजीपी और दो पूर्व डीजीपी भी शामिल हैं।
हम कानून के मुताबिक कार्रवाई करेंगे : एसएसपी
चंडीगढ़ एसएसपी कंवरदीप कौर ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस पर कोई दबाव नहीं है। हम कानून के मुताबिक ही कार्रवाई करेंगे। अभी सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले में एसआइटी बनाई जा सकती है, लेकिन अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। अगर जरूरत पड़ेगी तो पूछताछ के लिए समन भेज सकते हैं।
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