Updated: Fri, 12 Sep 2025 09:53 PM (IST)
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हिसार से जयपुर के लिए हवाई सेवाओं की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हरियाणा अब नागरिक उड्डयन में भी आगे बढ़ रहा है और हिसार हवाई अड्डे को आधुनिक बनाया जा रहा है। सरकार हिसार को दिल्ली एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार शाम को महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा हिसार से जयपुर के लिए हवाई सेवाओं की शुरुआत की। उन्होंने चंडीगढ़ से वर्चुअल माध्यम से हवाई सेवाओं की शुरुआत करते हुए कहा कि आज यह नई उड़ान की शुरुआत नहीं, बल्कि हरियाणा के विकास, क्षेत्रीय समावेशन और आधुनिक कनेक्टिविटी की दिशा में एक अहम कदम है।
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हवाई सेवाओं में बढ़ती हरियाणा की पहचान राज्य के आत्मनिर्भर, प्रगतिशील और समावेशी भविष्य की नींव का पत्थर साबित होगी। जल्दी ही हिसार से अहमदाबाद और जम्मू तक हवाई सेवाओं की शुरुआत की जाएगी। मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ से वर्चुअल संबोधन के दौरान कहा कि कृषि प्रधान प्रदेश होने के साथ-साथ अब हरियाणा ने नागरिक उड्डयन का विकास कर एयर कनेक्टिविटी में भी अपनी पहचान बनाई है।
वर्ष 2014 में सरकार बनने के समय से ही नागरिक उड्डयन का विकास सरकार की प्राथमिकता रही है। इसी साल 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे हिसार से अयोध्या में स्थित महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक हवाई उड़ानों की शुरुआत की थी। उसी दिन इस एयरपोर्ट के दूसरे टर्मिनल के भवन का शिलान्यास भी किया गया था। नौ जून को हिसार-चंडीगढ़-हिसार हवाई सेवाओं की शुरुआत हो चुकी है। जल्दी ही हिसार से अहमदाबाद और जम्मू तक हवाई सेवाओं की शुरुआत होने वाली है।
नायब सैनी ने कहा कि हिसार हवाई अड्डे को एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के सहयोग से आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यह एयरपोर्ट आज क्षेत्रीय संपर्क के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभर रहा है। हिसार हवाई अड्डे पर डापलर वीओआर प्रणाली की स्थापना की गई है। इससे हवाई अड्डे पर उड़ानों के संचालन के लिए न्यूनतम दृश्यता 5,000 मीटर से घटकर 2800 मीटर हो गई है।
यह एक अभूतपूर्व तकनीकी उपलब्धि है। इससे अब खराब मौसम में भी उड़ानों का संचालन सुगमता से हो सकेगा। साथ ही, इस हवाई अड्डे पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है। इससे एयरपोर्ट पर रात के समय में भी हवाई जहाज लैंडिंग कर सकेंगे। कार्यक्रम में लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) मंत्री रणबीर गंगवा समेत कई विभागीय अधिकारी शामिल हुए। हिसार को दिल्ली एयरपोर्ट का विकल्प बनाने की तैयारी मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य की दृष्टि से सरकार महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा हिसार को एक पूर्ण, आधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाने की दिशा में प्रतिबद्ध है।
आने वाले समय में यहां नये टर्मिनल भवन, आधुनिक एटीसी टावर, कार्गो कांप्लेक्स, अग्निशमन केंद्र, प्रशासनिक भवन, पार्किंग एवं अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी कुछ वर्षों में हिसार को दिल्ली एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में विकसित करेंगे। इससे हिसार एयरपोर्ट के विकास और विमान सेवा आरंभ होने से आम आदमी, छोटे व्यापारी और अन्य हितधारकों को बहुत अधिक लाभ होगा।
हिसार को औद्योगिक, लाजिस्टिक और निवेश केंद्र के रूप में करेंगे विकसित मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल हवाई सेवा ही नहीं, हिसार को एक औद्योगिक, लाजिस्टिक और निवेश केंद्र के रूप में विकसित करने का सरकार का सपना अब साकार हो रहा है। 28 अगस्त 2024 को हिसार को अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कारिडोर का हिस्सा बनाया गया।
20 अगस्त 2025 को इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर हिसार के लिए स्टेट स्पोर्ट एग्रीमेंट और शेयरहोल्डर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए। इस परियोजना का क्षेत्र 2 हजार 988 एकड़ है, जिसकी अनुमानित लागत 4 हजार 680 करोड़ रुपये है और इससे एक लाख 25 हजार रोजगार पैदा होंगे। यह परियोजना, पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर से जुड़कर हरियाणा को उद्योगों का प्रवेश द्वार बनाएगी।
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