सीनेट भंग और एफिडेविट विवाद पर भड़के पीयू के छात्र, राज्यपाल आवास के लिए करेंगे कूच, तनाव की आशंका से पुलिस अलर्ट
पंजाब विश्वविद्यालय में सीनेट भंग और एफिडेविट विवाद के कारण छात्र आक्रोशित हैं और आंदोलन कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि ये फैसले उनके हित में नहीं हैं। विश्वविद्यालय परिसर में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस को सतर्क कर दिया गया है और परिसर में पुलिस बल तैनात है। छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।

यूनिवर्सिटी का गेट नंबर-2 के पास अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे स्टूडेंट्स।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी में सोमवार को हालात फिर तनावपूर्ण हो गए जब विभिन्न छात्र संगठनों ने यूनिवर्सिटी का गेट नंबर-2 बंद कर दिया और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। छह दिन से जारी यह आंदोलन अब और तेज हो गया है।
छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आने वाले दिनों में वे राज्यपाल आवास और भाजपा कार्यालयों की ओर मार्च करेंगे। इस बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से शांति बनाए रखने और शैक्षणिक गतिविधियों को प्रभावित न करने की अपील की है।
वहीं, सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस ने परिसर और आसपास के क्षेत्रों में तैनाती बढ़ा दी है। कैंपस में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन छात्रों के तेवरों को देखते हुए तनाव और बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
विवाद के दो मुद्दे
विवाद का केंद्र दो मुद्दे हैं, जिनमें विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लागू किया गया विवादित एफिडेविट नियम और केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में सीनेट भंग करने का निर्णय। इन दोनों कदमों को छात्रों ने अलोकतांत्रिक करार देते हुए सख्त विरोध जताया है।
डागर छह दिन से अनशन पर
छात्र परिषद के नेता अभिषेक डागर बीते छह दिनों से अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि प्रशासन छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है और विश्वविद्यालय की लोकतांत्रिक संरचना को खत्म किया जा रहा है। आंदोलन को अन्य छात्र संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है, जिससे प्रदर्शन ने व्यापक रूप ले लिया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।