Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    PGI चंडीगढ़ की एक और डाक्टर रोशन किया संस्थान का नाम, मिला डा. चरणजीत सिंह सैम्बी अवार्ड-2022

    By Jagran NewsEdited By: Ankesh Thakur
    Updated: Fri, 18 Nov 2022 04:20 PM (IST)

    पीजीआइ के ओरल हेल्थ साइंस सेंटर असिस्टेंट प्रोफेसर डा. शिप्रा गुप्ता को नेशनल एकेडमी आफ मेडिकल साइंस की ओर से सम्मानित किया गया है। डा. शिप्रा गुप्ता को डा. चरणजीत सिंह सैम्बी अवार्ड -2022 से सम्मानित किया गया है।

    Hero Image
    पीजीआइ के ओरल हेल्थ साइंस सेंटर असिस्टेंट प्रोफेसर डा. शिप्रा गुप्ता।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पीजीआइ चंडीगढ़ के एक और डाक्टर ने उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है। बीते चार दिन में पीजीआइ के 3 डाक्टरों को विशेष सम्मान मिला है। यह संस्थान के लिए बड़ी बात है।

    पीजीआइ के ओरल हेल्थ साइंस सेंटर असिस्टेंट प्रोफेसर डा. शिप्रा गुप्ता को नेशनल एकेडमी आफ मेडिकल साइंस की ओर से सम्मानित किया गया है। डा. शिप्रा गुप्ता को डा. चरणजीत सिंह सैम्बी अवार्ड -2022 से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार नेशनल एकेडमी आफ मेडिकल साइंस की ओर से डेंटिस्ट्री पीरियडोनटोलाजी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डा.  शिप्रा गुप्ता पीजीआइ से पहली डाक्टर हैं जिन्हें पेरियोडोनिस्ट के तौर पर इस पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें यह अवार्ड जयपुर में 11 से 13 नवंबर को नेशनल एकेडमी आफ मेडिकल साइंस की ओर से आयोजित 62वें वार्षिक कान्फ्रेंस के दौरान दिया गया। जिस विषय पर उन्हें यह पुरस्कार दिया गया, वह एसएआरएस कोविड- 2  डिटेक्शन के लिए दिया गया।

    पीजीआइ चंडीगढ़ निदेशक प्रोफेसर विवेक लाल ने कहा कि संस्थान के लिए काफी गर्व की बात है कि उनके संस्थान के एक वरिष्ठ डाक्टर को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पहला मौका नहीं है बल्कि इससे पहले भी पीजीआइ के डाक्टरों ने अवार्ड जीतकर अपना और संस्थान का नाम रोशन किया है।

    बता दें कि इससे पहले पीजीआइ चंडीगढ़ के पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर डिवीजन में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर डा. सुरेश कुमार को डाक्टर तुलसी दास चुघ अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा पीजीआइ के रेडियोडायग्नोसिस विभाग के एमडी लास्ट इयर स्टूडेंट डा. श्रीतिक देवकोटा ने अपने शोध पत्र कोविड के बाद अल्ट्रा-लो डोज सीटी और स्टैंडर्ड डोज सीटी चेस्ट की तुलना के लिए प्रतिष्ठित ककरला सुब्बाराव गोल्ड मेडल 2022 जीता था।