Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    PGI चंडीगढ़ के डाक्टर को मिला डा. तुलसी दास चुघ अवार्ड-2022, पीजीआइ डायरेक्टर बोले- गर्व की बात

    By Jagran NewsEdited By: Ankesh Thakur
    Updated: Thu, 17 Nov 2022 03:58 PM (IST)

    पीजीआइ चंडीगढ़ के पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर डिवीजन में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर डा. सुरेश कुमार को डाक्टर तुलसी दास चुघ अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया है। पीजीआइ डायरेक्टर प्रो विवेक लाल ने सराहना करते हुए इसे गर्व की बात बताया है।

    Hero Image
    डा. सुरेश कुमार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की मौजूदगी में यह अवार्ड दिया गया।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पीजीआइ चंडीगढ़ के पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर डिवीजन में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर डा. सुरेश कुमार को डाक्टर तुलसी दास चुघ अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया है। डा. सुरेश कुमार पीजीआइ के एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर के पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर डिवीजन में लंबे समय से कार्यरत हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्हें यह अवार्ड नेशनल एकेडमी आफ मेडिकल साइंस द्वारा जयपुर के एसएमएस मेडिकल कालेज में आयोजित एनएएमएससीओएन-2022 के दौरान आयोजित कार्यक्रम में दिया गया है। यह अवार्ड उन्हें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की मौजूदगी में एनएएमएस प्रेसिडेंट डा. शिव कुमार सरीन ने दिया।

    पीजीआइ चंडीगढ़ निदेशक प्रोफेसर विवेक लाल ने कहा कि संस्थान के लिए काफी गर्व की बात है कि उनके संस्थान के एक वरिष्ठ डाक्टर को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पहला मौका नहीं है बल्कि इससे पहले भी पीजीआइ के डाक्टरों ने अवार्ड जीतकर अपना और संस्थान का नाम रोशन किया है। 

    पीजीआइ स्टूडेंट ने जीता ककरला सुब्बाराव गोल्ड मेडल 2022

    बता दें कि दो दिन पहले पीजीआइ के रेडियोडायग्नोसिस विभाग के एमडी लास्ट इयर स्टूडेंट डा. श्रीतिक देवकोटा ने अपने शोध पत्र कोविड के बाद अल्ट्रा-लो डोज सीटी और स्टैंडर्ड डोज सीटी चेस्ट की तुलना के लिए प्रतिष्ठित ककरला सुब्बाराव गोल्ड मेडल 2022 जीता था। उन्होंने यह शोध पीजीआइ के नामचीन चेस्ट रेडियोलाजिस्ट डा. मनदीप गर्ग के मार्गदर्शन में किया। प्रतियोगिता 13 नवंबर को हैदराबाद में निजाम इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में आयोजित की गई थी और इसका उद्देश्य युवा रेडियोलाजी पीजी छात्रों को अनुसंधान के क्षेत्र में प्रेरित करना है। काकरला सुब्बाराव स्वर्ण पदक प्रतियोगिता वर्ष 2000 से प्रतिवर्ष पद्मश्री डा. ककरला सुब्बाराव एक प्रसिद्ध भारतीय रेडियोलाजिस्ट के सम्मान में आयोजित की जाती है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता देश भर के उन सभी छात्रों के लिए खुली है जो रेडियोलाजी में स्नातकोत्तर कर रहे हैं।