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    पंजाब के सरकारी स्कूलों में अब अकादमिक के साथ व्यवसाय की दोहरी शिक्षा, स्कूलों में पढ़ाई के साथ मिलेगा कौशल प्रमाणपत्र

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 08:34 PM (IST)

    पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की दूरदर्शी सोच के तहत शिक्षा में क्रांति लाने के लिए Punjab School Education Board (PSEB) और Lend A Hand India (LAHI) के साथ एक समझौता किया है। इसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों में बच्चों को अकादमिक शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक और तकनीकी कौशल प्रदान करना है। इस पहल से युवा केवल डिग्रीधारी नहीं, बल्कि कुशल और आत्मनिर्भर बनेंगे, जिससे उन्हें रोजगार और व्यवसाय में मदद मिलेगी तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। यह हर बच्चे को आत्मविश्वास और हुनर से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।  

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    मान सरकार के नेतृत्व में शिक्षा में जुड़ा नया अधयाय 

    डिजिटल डेस्क, चंड़ीगढ़। जब किसी प्रदेश की सरकार यह ठान ले कि “हम अपने बच्चों को सिर्फ पढ़ाना नहीं, उन्हें जीवन जीना सिखाएँगे”,तो वहाँ शिक्षा सिर्फ एक किताब का अध्याय नहीं रहती — वह एक क्रांति बन जाती है। पंजाब की मिट्टी में वही क्रांति अब जन्म ले चुकी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की दूरदर्शी सोच और मान सरकार की समर्पित नीतियों के तहत Punjab School Education Board (PSEB) ने Lend A Hand India के साथ एक ऐतिहासिक समझौता किया है। यह समझौता केवल दो संस्थाओं के बीच नहीं, बल्कि लाखों सपनों और संभावनाओं के बीच का पुल है। यह उन बच्चों के लिए है जो कभी सोचते थे —“पढ़ तो लेंगे, पर आगे क्या?” अब जवाब साफ़ है —“अब पढ़ाई के साथ मिलेगा हुनर, और हुनर से बनेगा भविष्य।” यह पहल मान सरकार की उस भावना का प्रतीक है जिसमें हर बच्चे की आँखों में आत्मविश्वास, हर घर में उम्मीद, और हर दिल में गर्व बसता है। पंजाब अब केवल पढ़ेगा नहीं, बल्कि सीखेगा, बढ़ेगा और आत्मनिर्भर बनेगा।

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    Punjab School Education Board (PSEB) ने Lend A Hand India (LAHI) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार की उस दूरदर्शी सोच का हिस्सा है जिसमें शिक्षा को केवल किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन और रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इस समझौते के तहत अब पंजाब के सरकारी स्कूलों में बच्चों को सिर्फ अकादमिक पढ़ाई नहीं, बल्कि व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा (Vocational Skills) भी दी जाएगी। जब ये बदलाव पूरी तरह लागू होंगे, तो पंजाब के स्कूलों से निकलने वाला युवा सिर्फ “12वीं पास” नहीं रहेगा — बल्कि होगा “12 वीं + कौशल प्रमाणित” वाला। यही प्रमाण उसे नौकरी-व्यवसाय में एक मजबूत स्टार्ट देगा और यह सिर्फ व्यक्तिगत सफलता नहीं होगी — यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था और समाज-उन्नति की दिशा में एक मजबूत पुल बनेगी।

    मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा ,“हमारा लक्ष्य यह नहीं कि बच्चे सिर्फ परीक्षा पास करें, बल्कि वे जीवन में सफल हों। पंजाब का हर बच्चा आत्मविश्वासी, कुशल और आत्मनिर्भर बने ,यही हमारी मान सरकार की शिक्षा नीति का मूल उद्देश्य है।”मान सरकार लगातार शिक्षा को रोज़गार और आत्मनिर्भरता से जोड़ने पर काम कर रही है। यह पहल उसी सोच का प्रमाण है कि हर विद्यार्थी को जीवन जीने का हुनर सिखाया जाए। Lend A Hand India (LAHI) एक प्रसिद्ध संस्था है जो देशभर में स्कूलों में कौशल आधारित शिक्षा लाने का कार्य कर रही है। अब पंजाब सरकार के साथ मिलकर यह संस्था प्रशिक्षण, उपकरण, शिक्षण सामग्री और इंटर्नशिप के अवसर उपलब्ध कराएगी। इससे छात्र केवल किताबों से नहीं, बल्कि व्यावहारिक अनुभव से सीखेंगे।

    इस MoU के ज़रिए पंजाब के स्कूलों से ऐसी पीढ़ी निकलेगी जो न केवल शिक्षित होगी, बल्कि कुशल, सशक्त और आत्मनिर्भर भी होगी । यह पहल मान सरकार के उस वादे को साकार करती है जिसमें हर बच्चे की आँखों में सपना है, और हर परिवार के दिल में उम्मीद। “हर हाथ में हुनर, हर चेहरे पर आत्मविश्वास — यही है मान सरकार का असली पंजाब।” यह समझौता केवल दो संस्थाओं के बीच नहीं, बल्कि सरकार और जनता के विश्वास के बीच का पुल है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने यह साबित किया है कि शिक्षा सिर्फ डिग्री पाने का जरिया नहीं, बल्कि स्वाभिमान, आत्मनिर्भरता और सम्मान के जीवन की ओर पहला कदम है। इस MoU का मकसद है कि अब पंजाब के स्कूलों में बच्चों को केवल पाठ्यक्रम की शिक्षा नहीं, बल्कि व्यावहारिक और तकनीकी कौशल भी सिखाए जाए | हर छात्र को स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ कौशल प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे उसे दो प्रमाणपत्र मिलेंगे —अकादमिक (Academic), और व्यावसायिक (Vocational)। यह मॉडल छात्रों को केवल शिक्षित नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर नागरिक बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।

    पढ़ाई के साथ हुनर और कौशल जोड़कर, मान सरकार हर छात्र को जीवन के हर संघर्ष के लिए तैयार कर रही है। यह पहल सिर्फ शिक्षा का विस्तार नहीं, बल्कि पंजाब के युवाओं के भविष्य की रोशनी है। ऐसे नेतृत्व और प्रतिबद्धता के लिए पंजाब गर्व महसूस करता है और हर बच्चा खुद को भाग्यशाली समझता है कि वह इस बदलाव का हिस्सा बन रहा है।” इस पहल से हर विद्यार्थी न केवल पढ़ाई में आगे बढ़ेगा, बल्कि अपने कौशल और प्रतिभा के दम पर समाज में अपनी पहचान बनाएगा। यह दिखाता है कि मान सरकार सिर्फ वादे नहीं करती, बल्कि हर बच्चे के सपनों को सच करने की दिशा में ठोस कदम उठाती है। यह सिर्फ शिक्षा नहीं, बल्कि पंजाब के युवाओं के उज्ज्वल और सशक्त भविष्य की शुरुआत है।” मान सरकार की यह पहल यह संदेश देती है कि जब नेतृत्व में संवेदना और दूरदर्शिता हो, तो हर बच्चा अपने भविष्य का निर्माता बन सकता है।”हर हाथ में हुनर, हर चेहरे पर आत्मविश्वास — यही है मान सरकार का पंजाब।”