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    चंडीगढ़ की लाइफलाइन बचाने की तैयारी! पांच साल में बदलेगी सुखना लेक, पढ़िए क्या है प्रशासन का पूरा प्लान

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 03:50 PM (IST)

    चंडीगढ़ प्रशासन ने सुखना झील की गाद और घटती जलभरण क्षमता की समस्या से निपटने के लिए पांच वर्षीय योजना तैयार की है। वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर के सहयोग से बनी इस योजना में जल संग्रहण क्षमता बढ़ाना पारिस्थितिकी को मजबूत करना और प्रदूषण कम करना शामिल है। झील के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए जलस्तर का प्रबंधन और जलीय जीवन का संरक्षण प्राथमिकता रहेगी।

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    सुखना झील में बढ़ती गाद और घटती जलभरण क्षमता जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए प्लान तैयार।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल की लाइफलाइन कही जाने वाली सुखना झील में बढ़ती गाद और घटती जलभरण क्षमता जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट प्लान तैयार किया है। यह योजना झील के समग्र विकास पर केंद्रित होगी और इसे सप्ताहभर के अंदर होने वाली बैठक में प्रशासक गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में सुखना वेटलैंड अथाॅरिटी के समक्ष मंजूरी के लिए रखा जाएगा।

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    इस योजना को वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर के सहयोग से तैयार किया गया है। इसमें झील की जल संग्रहण क्षमता बढ़ाने, पारिस्थितिकी को सशक्त करने, भू-जल रिचार्ज, स्वच्छता, प्रदूषण और मानवीय दखल जैसे मुद्दों के समाधान पर ध्यान दिया गया है। वन विभाग, नगर निगम, इंजीनियरिंग विभाग और सिटको सहित कई हितधारकों के सुझाव भी इसमें शामिल किए गए हैं।

    योजना की प्रमुख बातें

    -झील के मूल स्वरूप में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

    -जल स्तर बनाए रखना, जलीय जीवन का संरक्षण और आसपास का क्षेत्र स्वच्छ रखना प्राथमिकता होगी।

    -झील में हर वर्ष आने वाली गाद से निपटने के लिए नए उपाय सुझाए गए हैं।

    -झील की जल क्षमता बढ़ाने के लिए दो विकल्प—पानी का लेवल बरकरार रहते हुए गाद हटाना या झील के बांध की ऊंचाई दो फीट बढ़ाना।

    बांध की ऊंचाई बढ़ाने पर जलभरण क्षमता 20 प्रतिशत बढ़ेगी

    यदि बांध की ऊंचाई बढ़ाई गई तो जलभरण क्षमता लगभग 20 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। हालांकि, 2002-03 में भी इसी तरह का काम किया गया था, जब झील के रेगुलेटरी एंड की ऊंचाई दो फीट बढ़ाई गई थी। इससे झील की जलभरण क्षमता 27 प्रतिशत तक बढ़ी थी। उस समय विशेषज्ञों ने बाढ़ के खतरे को लेकर चेतावनी दी थी।

    565 एकड़ में सुखना वेटलैंड 

    सुखना वेटलैंड लगभग 565 एकड़ में फैली है और इसका कैचमेंट एरिया 10,395 एकड़ है। इसे वर्ष 1988 में केंद्र सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने राष्ट्रीय वेटलैंड घोषित किया था। झील से लगते कैचमेंट एरिया को सुखना वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी के रूप में अधिसूचित किया गया है।