चंडीगढ़ में जज के नाम पर 30 लाख रिश्वत मांगने वाले वकील को अभी राहत नहीं, सीबीआई की वजह से सुनवाई टली
30 लाख रुपये की रिश्वत मामले में फंसे एडवोकेट जतिन सलवान की जमानत याचिका पर सुनवाई अब 1 सितंबर को होगी क्योंकि सीबीआई ने अभी तक अपना जवाब दाखिल नहीं किया है। सलवान और एक बिचौलिये सतनाम सिंह को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। आरोप है कि उन्होंने एक तलाक के मामले में रिश्वत मांगी थी। हरसिमरनजीत सिंह की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। जज के नाम पर 30 लाख रुपये की रिश्वत मामले में फंसे पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट जतिन सलवान की जमानत अर्जी पर अब एक सितंबर को सुनवाई होगी। सलवान ने 26 अगस्त को जमानत अर्जी दायर की थी जिस पर वीरवार को सुनवाई थी, लेकिन सीबीआई ने इस पर अपना जवाब दाखिल नहीं किया। इसलिए सुनवाई को टाल दिया गया।
सलवान और एक बिचौलिये सतनाम सिंह को सीबीआई ने 14 अगस्त को गिरफ्तार किया था और दोनों फिलहाल जेल में हैं। सीबीआई के मुताबिक दोनों आरोपित एक तलाक के केस में रिश्वत मांग रहे थे। फिरोजपुर निवासी हरसिमरनजीत सिंह ने सीबीआई को शिकायत दी थी कि उसकी बहन का तलाक का केस बठिंडा की अदालत में लंबित है।
आरोप है कि एडवोकेट सलवान ने उसकी बहन के हक में फैसला करवाने का दावा करते हुए जज के नाम पर 30 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। ऐसे में सीबीआई को जब सूचना मिली तो उन्होंने ट्रैप लगाकर पहले सतनाम को पकड़ा और फिर सलवान को गिरफ्तार किया था।
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