Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    छात्र संघ चुनाव में क्लब पार्टियाें के सहारे इस बार खूब वोट बटोरे, अगले साल से लगेगी रोक

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 06:16 PM (IST)

    पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्र संघ चुनाव में क्लब पार्टियों पर रोक लगाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए एक मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। इस बार छात्र संगठनों ने क्लब पार्टियों के जरिए मतदाताओं को रिझाने का प्रयास किया था। प्रशासन अब एक कमेटी गठित करके इन पार्टियों पर लगाम लगाने की तैयारी में है ताकि चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाया जा सके।

    Hero Image
    इस बार के चुनावी दंगल के दौरान इंटरनेट मीडिया पर छात्र संगठनों की क्लब पार्टियों की ढेरों वीडियो वायरल हुई।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। छात्र संघ चुनाव के दौरान क्लब पार्टियों पर रोक लगेगी। अगले चुनाव से पहले क्लब पार्टियों पर रोक लगाने के लिए पंजाब यूनिर्विसिटी (पीयू) प्रशासन मास्टर प्लान तैयार कर रहा है। इस बार पीयू के छात्रसंघ के चुनावी दंगल में अपनी नैय्या पार लगाने के लिए छात्र संगठनों के लिए क्लब पार्टियों ने संगठनों के लिए मास्टर स्ट्रोक का काम किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चंडीगढ़ समेत पंचकूला के क्लबों में संगठनों की ओर से 100 से अधिक पार्टियों का आयोजन किया गया। मतदाताओं को रिझाने के लिए छात्र संगठन के लिए क्लब पार्टियां अचूक हथियार बन गई है। इस बार के चुनावी दंगल के दौरान इंटरनेट मीडिया पर छात्र संगठनों की क्लब पार्टियों की ढेरों वीडियो वायरल हुई, लेकिन अगले चुनाव में छात्र संगठन क्लब पार्टियों के सहारे वोट की फसल नहीं काट पाएंगे।

    अब तक लिंगदोह कमेटी की गाइडलाइन के तहत पीयू प्रशासन यूनिवर्सिटी के बाहर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में हस्तक्षेप नहीं कर सकता है। अब चुनाव के दौरान क्लब पार्टियों पर बैन लगाने के लिए पीयू प्रशासन की ओर से नया मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।

    डीएसडब्ल्यू अमित चौहान ने बताया कि चुनाव के दौरान क्लब पार्टियों पर बैन लगाने के लिए एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। कमेटी के सुझाव पर के आधार पर चुनाव के दौरान क्लब पार्टियों पर लगाम लगाने के लिए सिफारिश की जाएगी। पीयू प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि अगले वर्ष होने वाले छात्र संघ चुनाव से पहले क्लब पार्टियों पर लगाम लगाने के निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।

    क्लबों में अंदर एंट्री देने वाले संगठनों ने उम्मीदवार के नाम पर मांगे थे वोट

    इस बार के पीयू के चुनावी रण में मतदाताओं का वोट क्लब पार्टियों के नाम पर धराशाही नजर आया। सेक्टर-9 और सेक्टर 26 स्थित के क्लब स्टूडेंट की पहली पसंद रहे। इसके साथ पंचकूला के क्लबों में सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलाी। क्लबों के अंदर एंट्री देने वाले संगठनों ने अपने उम्मीदवार के नाम, पैनल कोड दोहराकर छात्रों से वोट मांगते नजर आ रहे है। पीयू कैंपस और कालेजों में छात्र संगठन की सभाओं से मतदाता भले ही गायब नजर आए, लेकिन कैंपस से बाहर हो रही पार्टियों में मतदाताओं का एक वोट की कीमत एक पार्टी में बिकती दिखाई दी।