फिरोजपुर में बाढ़ का कहर, अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचा रहे सेना के जवान
फिरोजपुर में लगातार बारिश के बाद आई बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए भारतीय सेना की गोल्डन एरो डिवीजन बचाव और राहत कार्य कर रही है। सेना ने सेवा परमो धर्म के आदर्श का पालन करते हुए बच्चों बुजुर्गों और महिलाओं समेत कई लोगों को बचाया है। स्थानीय लोगों ने सेना की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर। लगातार हो रही बारिश के कारण बढ़ते बाढ़ के पानी के बीच भारतीय सेना की गोल्डन एरो डिवीजन की ओर से फिरोजपुर क्षेत्र में चल रहे बचाव और राहत प्रयासों से प्रभावित नागरिकों की जान बचाई जा रही है और महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की जा रही है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए डिवीजन के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय सेना के सेवा परमो धर्म (सर्विस बिफोर सेल्फ) के आदर्श को प्रदर्शित करते हुए, सैनिकों ने फंसे हुए व्यक्तियों, जिनमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल हैं, को बचाने के लिए अथक प्रयास किया है।
वह तेज धाराओं से होकर निकले हैं और संकटग्रस्त समुदायों तक पहुंचने के लिए नावों, जीवन रक्षक उपकरणों और चिकित्सा सहायता को तुरंत जुटाया है।
इस त्वरित और दृढ़ कार्रवाई की फिरोजपुर के लोगों द्वारा व्यापक रूप से प्रशंसा की गई है, जो भारतीय सेना और राष्ट्र के नागरिकों के बीच गहरे विश्वास और बंधन को सुदृढ़ करता है।
अधिकारियों ने बताया कि रुकनेवाला, निहाला लवेरा, दुलचीके, कालूवाला के गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और उन्हें लगातार सहायता दी जा रही है।
सिविल प्रशासन और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के साथ एक समन्वित प्रयास में, गोल्डन एरो डिवीजन एक निर्बाध और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित कर रही है।
यह समर्थन और समन्वय बचाव अभियानों को सुव्यवस्थित करने और राहत प्रयासों की पहुंच को अधिकतम करने में महत्वपूर्ण रहा है। सेना की उपस्थिति ने सामूहिक प्रतिक्रिया को काफी हद तक मजबूत किया है, जो संकट के दौरान अंतर-एजेंसी सहयोग की ताकत को प्रदर्शित करता है।
डिवीजन के प्रवक्ता ने कहा गोल्डन एरो डिवीजन किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान जीवन की रक्षा करने और नागरिक प्रशासन को सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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