'अफगानिस्तान को मदद लेकिन बाढ़ग्रस्त पंजाब की अनदेखी क्यों?', संजय सिंह ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान पर केंद्र सरकार से सवाल किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अफगानिस्तान की मदद कर रही है लेकिन बाढ़ से जूझ रहे पंजाब को अनदेखा कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से पंजाब के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग की है।

संवाद सहयोगी, डेरा बाबा नानक। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने राज्य के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह (ईटीओ) के साथ शुक्रवार को डेरा बाबा नानक के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।
इस अवसर पर उनके साथ डेरा बाबा नानक के विधायक गुरदीप सिंह रंधावा, अमृतसर दक्षिण के विधायक डा. इंद्रबीर सिंह निज्जर, डीसी दलविंदरजीत सिंह, एसएसपी बटाला सोहेल कासिम मीर, जिला योजना कमेटी के चेयरमैन जोबन रंधावा, नगर सुधार ट्रस्ट गुरदासपुर के चेयरमैन राजीव शर्मा आदि उपस्थित थे।
सबसे पहले बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री की ट्रालियां शाहपुर जाजन और पत्ती रामपुर भेजी गईं। इसके बाद उन्होंने डेरा बाबा नानक क्षेत्र और श्री करतारपुर साहिब कारिडोर में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया।
संजय सिंह ने कहा कि यह अत्यंत दुःख की बात है कि पंजाब के कई इलाके भीषण बाढ़ की चपेट में हैं और किसानों की फसलों, पशुओं सहित आम लोगों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने अभी तक पंजाब के लिए कोई विशेष राहत पैकेज घोषित नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार तालिबान शासित अफगानिस्तान की मदद कर रही है, लेकिन पंजाब की नहीं। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि अफगानिस्तान को तो तुरंत राहत सामग्री भेज दी गई, लेकिन बाढ़ प्रभावित पंजाब को आर्थिक और मानवीय सहायता देने में देरी क्यों हो रही है।
उन्होंने कहा कि वीरवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे थे, लेकिन उन्होंने भी पंजाब के लिए कोई राहत राशि घोषित नहीं की। केंद्रीय कृषि मंत्री को इतने दिनों बाद भी रिपोर्ट की बात नहीं करनी चाहिए, बल्कि पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज देना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पंजाब के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार करना बंद करना चाहिए और मुश्किल घड़ी में उसका हाथ थामना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री एवं आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा कि बाढ़ के इस संकट में पंजाब सरकार अपने लोगों के साथ है और इस संकट से निपटने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की पूरी मशीनरी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपनी पूरी क्षमता से राहत कार्यों में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, मनीष सिसोदिया, पंजाब सरकार के सभी मंत्री और विधायक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जमीनी स्तर पर नुकसान का आकलन कर रहे हैं और वहां राहत एवं बचाव कार्यों में भी योगदान दे रहे हैं।
इसके अलावा, आम आदमी पार्टी के सभी स्वयंसेवक भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दिन-रात राहत कार्यों में लगे हुए हैं। समाजसेवी संस्थाएं भी बाढ़ पीड़ितों की मदद में बड़ा योगदान दे रही हैं, जिसके लिए पंजाब सरकार उनकी आभारी है।
अरोड़ा ने कहा कि देश की खाद्य सुरक्षा और आर्थिक मजबूती में निरंतर योगदान देने वाले पंजाब को इस मुश्किल घड़ी में केंद्र सरकार से तुरंत और पर्याप्त सहायता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुख की बात है कि पंजाब पिछले कई दिनों से बाढ़ में डूबा हुआ है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने पंजाब के लोगों की कोई मदद नहीं की है।
जब से केंद्र सरकार ने जीएसटी लागू किया है, तब से राज्य को जीएसटी के कारण 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने जानबूझकर ग्रामीण विकास निधि (आरडीएफ) और मार्केट डेवलपमेंट फंड (एमडीएफ) के तहत पंजाब के 8 हजार करोड़ रुपये रोक रखे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पंजाब का बकाया पैसा जारी करना चाहिए था, लेकिन केंद्र ने 15 दिन पहले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पंजाब के 828 करोड़ रुपये रद्द कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह पंजाब के लोगों द्वारा दिए गए टैक्स का पैसा है और इस पर पंजाब का पूरा हक है।
उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह पंजाब का रोका हुआ पैसा अविलंब जारी करे और पंजाब में बाढ़ के प्रभाव को कम करने तथा राज्य की अर्थव्यवस्था को बहाल करने के लिए एक विशेष आर्थिक पैकेज भी दे।
इस अवसर पर एसडीएम डेरा बाबा नानक डा. आदित्य शर्मा, एसडीएम फतेहगढ़ चूड़ियां गुरमंदर सिंह, चेयरमैन बलविंदर सिंह हरूवाल, जसवंत सिंह नंबरदार, प्रदीप सिंह, गुरदेव सिंह शाहपुर आदि उपस्थित थे।
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