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    गुरदासपुर में किलकारी योजना बनी वरदान, क्रेडल प्वाईंट ने बचाई नवजात की जान

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 03:28 PM (IST)

    गुरदासपुर में जिला बाल कल्याण कौंसिल के क्रेडल प्वाईंट ने एक नवजात शिशु की जान बचाई। किलकारी योजना के तहत स्थापित इस क्रेडल प्वाईंट में बुधवार शाम एक चार दिन का बच्चा मिला जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चे का नाम गणेश रखा गया है और रोमेश महाजन ने उसकी परवरिश का खर्च उठाने की घोषणा की।

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    किलकारी योजना के तहत लगे क्रेडल प्वाईंट ने बचाई नवजात की जान (प्रतीकात्मक फोटो)

    संवाद सहयोगी, गुरदासपुर। दिल को छूने और मानवता से भरा एक मंजर बुधवार शाम गुरदासपुर में उस समय देखने को मिला, जब जिला बाल कल्याण कौंसल बाल भवन के तहत बनाए गए ग्रेडल प्वाईंट (झूले) ने एक नवजन्मे बच्चे का जीवन बचाया।

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    ये क्रेडल प्वाईंट किलकारी योजना के तहत 2 मई 2023 को तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल की सोच और दूरदर्शी नेतृत्व में शुरु किया गया था।

    इसका उद्देश्य छोड़े गए बच्चों को एक सुरक्षित झोली प्रदान करके उनका जीवन बचाना है। यह घटना इस योजना की कामयाबी की एक मिसाल है।

    जानकारी देते हुए जिला बाल कल्याण कौंसिल के आनरेरी सचिव और राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित रोमेश महाजन ने बताया कि बुधवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे एक चार दिनों का नवजन्मा बच्चा (लड़का) गुमनाम तरीके से कोई झूले में रख गया।

    स्टाफ ने तुरंत अधिकारियों को सूचित किया। बच्चे को सिविल अस्पताल गुरदासपुर पहुंचाया। सिविल सर्जन की देखरेख में उसे समय पर मेडिकल सहायता दी गई।

    अस्पताल में बच्चे की देखभाल की निगरानी करने वालों में एसएमओ डा. अरविंद महाजन, सीडब्लयूसी रत्न लाल, चाइल्ड प्रोटेक्शन अधिकारी सुनील जोशी, कोआर्डिनेटर बख्शी राज, मेडिकल अधिकारी डा. आशियन सिंह, दिलबाग सिंह, धीरज, टविंकल शामिल थे।

    आनरेरी सचिव रोमेश महाजन ने बताया कि गणेश अष्टमी के पवित्र दिवस पर पहुंचे इस नवजात बच्चे का नाम गणेश रखा गया है।

    उन्हंने घोषणा करते हुए कहा कि वह बेबी गणेश की पालन-पोषण और पढ़ाई के सभी खर्च निजी तौर पर अपने जिम्मे लेंगे ताकि इस बच्चे की बढ़िया देखभाल हो सके।

    जिला बाल कल्याण कौंसल ने इस जीवन बचाने वाले प्रयास में साथ देने वालों का सभी का आभार जताया।

    यह घटना सामाजिक सहयोग और सामूहिक दिलदारी की ताकत को उजागर करती है। जिससे सबसे नाजुक जीवन भी सुरक्षित बन सकते है।