गुरदासपुर में धनतेरस की धूम, श्री सनातन चेतना मंच ने 11 हजार दीयों से रौशन किया हनुमान चौक
श्री सनातन चेतना मंच ने गुरदासपुर के हनुमान चौक में धनतेरस पर दीपोत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 11 हजार दीये जलाए गए, जिससे पूरा शहर प्रकाशमय हो गया। महंत गोपाल दास महाराज और रमन बहल जैसे अतिथियों ने भाग लिया और मंच के प्रयासों की सराहना की। मंच का उद्देश्य युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना है।

जीआरपी-हनुमान चौक में दीपोत्सव पर दीये जलाते शहर के लोग (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। श्री सनातन चेतना मंच द्वारा धनतेरस के पावन अवसर पर शहर के हनुमान चौक में आयोजित भव्य दीपोत्सव ने शनिवार की रात पूरे शहर को आलोकित और आनंदित कर दिया। इस रौनक भरे समारोह में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लेकर अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ाव का प्रमाण दिया।
करीब 11 हजार दीयों की मनमोहक रोशनी ने चौक के वातावरण को दिव्य बना दिया, जिससे उपस्थित जनसमूह में खुशी और उत्साह की लहर दौड़ गई। यह आयोजन मंच द्वारा लगातार चौथे वर्ष किया गया, जिसका प्रमुख उद्देश्य लोगों, विशेष रूप से युवा पीढ़ी, को उनकी समृद्ध सांस्कृतिक जड़ों से जोड़े रखना है। इस वर्ष का कार्यक्रम और भी विशेष रहा, क्योंकि इसमें शहर के सैकड़ों लोगों ने भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीध्यानपुर धाम के महंत गोपाल दास महाराज रहे, जबकि आम आदमी पार्टी के हलका इंचार्ज रमन बहल विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद मंच पर छोटे-छोटे बच्चों ने मनमोहक धार्मिक एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
इस अवसर पर मंच द्वारा एक विशाल मंच का भी निर्माण किया गया था, जहां से गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार रखे। महंत गोपाल दास महाराज ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में सद्भाव, आपसी प्रेम और सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने लोगों से अपनी परंपराओं को सहेजने और आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
विशेष अतिथि रमन बहल ने श्री सनातन चेतना मंच के इस सराहनीय प्रयास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह दीपोत्सव न केवल धनतेरस का उत्सव है, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने का एक माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं को सकारात्मक ऊर्जा और दिशा प्रदान करते हैं।
मंच के प्रधान अनु गंडोत्रा ने उपस्थित सभी अतिथियों और शहरवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य है कि सभी अपनी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखें। आज का युवा पश्चिमी सभ्यता की ओर आकर्षित हो रहा है, ऐसे में इन धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का महत्व और भी बढ़ जाता है। मंच ऐसे ही आयोजन निरंतर करता रहेगा।
इस दौरान मंच द्वारा शहर की कई धार्मिक एवं सामाजिक हस्तियों का सम्मान भी किया गया, जिन्होंने समाज सेवा और धर्म प्रचार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। यह दीपोत्सव न केवल एक उत्सव था, बल्कि गुरदासपुर के लोगों की अपनी संस्कृति के प्रति अटूट निष्ठा और प्रेम का प्रतीक भी बन गया।
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