Punjab News: भारत-पाक सीमा पर रावी का जलस्तर बढ़ा, पानी के जरिए पाकिस्तान कर सकता है बड़ी साजिश
गुरदासपुर में ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ड्रोन और हथियारों के माध्यम से सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। रावी उज्ज और ब्यास नदियों में जलस्तर बढ़ने से बीएसएफ के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। बीएसएफ हाई-रेजोल्यूशन नाइट विजन कैमरों और ड्रोन से निगरानी कर रही है।

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से लगातार ड्रोन एवं हथियार सीमा पार से भेजने का प्रयास किया जा रहा है।
इस समय सीमावर्ती जिलों पठानकोट गुरदासपुर व अमृतसर से गुजरने वाले रावी, उज्ज व ब्यास दरिया का जलस्तर बढ़ने से सुरक्षा को लेकर चुनौतियां बढ़ गईं हैं।
बीएसएफ की कई पोस्टें बाढ़ की चपेट में आई हैं। पानी में पाक साजिश को अंजाम दे सकता है लेकिन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पाक की हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। रात में भारी वर्षा, घनघोर घटा के बीच हाई-रेजोल्यूशन नाइट विजन कैमरे से निगरानी की जा रही है।
कई सेक्टरों में ड्रोन की मदद से पानी से भरे क्षेत्रों की लगातार मानिटरिंग हो रही है। साथ ही, मोटरबोट्स की तैनाती बढ़ा दी गई है, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके। पानी में बहकर आने वाली किसी भी संदिग्ध नाव या वस्तु पर नजर रखी जा रही है।
रात्रि गश्त के दौरान कुछ परेशानी आ रही है, क्योंकि आसपास के क्षेत्रों में कीचड़ व फिसलन हो गई है, लेकिन हालात से निपटने के लिए बीएसएफ ने तकनीकी निगरानी को और मजबूत किया है। एंटी ड्रोन सिस्टम पाकिस्तान की हर हरकत को नाकाम कर रहा है।
पंजाब की सीमा 553 किलोमीटर लंबी
पाकिस्तान के साथ लगती पंजाब की करीब 553 किलोमीटर लंबी सीमा हैं, जबकि जिला गुरदासपुर और पठानकोट में बीएसएफ सेक्टर गुरदासपुर के 135 किलोमीटर के करीब इलाके में लगभग 20 स्थानों पर रावी दरिया पाकिस्तान में प्रवेश करता है।
गुरदासपुर जिले में मकौड़ा, आदियां, कमालपुर जट्टां, चंदू वडाला, रोसे, मोमनपुर, नंगली घाट और धर्मकोट संवेदनशील प्वाइंट हैं। डेरा बाबा नानक के पास लगभग 15 किलोमीटर का क्षेत्र ऐसा है, जहां रावी दरिया कई बार पाकिस्तान से होकर भारतीय सीमा में प्रवेश करता है।
पाकिस्तान ने अपनी तरफ बांध बनाकर पानी का बहाव भारत की ओर मोड़ दिया है, जिससे भूमि कटाव से जहां किसानों को नुकसान हो रहा है, वहीं बीएसएफ की कई चौंकियां भी प्रभावित हुई हैं।
पाकिस्तान की हो सकती है साजिश
सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि यह पाकिस्तान की साजिश भी हो सकती है, क्योंकि पाकिस्तानी तस्कर रावी दरिया में जलस्तर बढ़ने का हमेशा इंतजार करते हैं। वह इस गफलत में रहते हैं कि जलस्तर बढ़ने के कारण सीमा सुरक्षा बल के जवानों की सतर्कता कम हो जाएगी और वह मादक पदार्थ, हथियार एवं अन्य आपत्तिजनक सामान इस पार भेज सकेंगे।
ऐसा हुआ भी है। पिछली वर्ष बाढ़ के दौरान बीएसएफ की नंगली पोस्ट पर जवानों ने पाक तस्करों की ओर से जलकुंभी में फुटबाल के ब्लैडरों में डालकर भेजी गई 50 किलो हेरोइन की खेप बरामद की थी। पंज गराईयां इलाके में पाकिस्तान की तरफ से भेजी गई किश्ती भी बरामद की गई थी।
बीएसएफ सेक्टर गुरदासपुर के डीआइजी जेके बिर्दी ने कहा कि रावी दरिया पर संवेदनशील प्वाइंटों पर फल्ड लाइट, हाई मास्क लाइट, सीसीटीवी कैमरों के जरिये सख्त निगरानी की जा रही है।
सीमावर्ती गांवों के लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की है। बचाव कार्य के लिए नई नाव खरीदी गई हैं। बीएसएफ जवानों ने भी सीमावर्ती क्षेत्रों में पैट्रोलिंग भी तेज कर दी है।
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