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    Bathinda Infected blood Case: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रिंसिपल सेक्रेटरी को किया तलब, मांगा मेडिकल रिकार्ड

    By Pankaj DwivediEdited By:
    Updated: Fri, 10 Sep 2021 05:42 PM (IST)

    राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बठिंडा के ब्लड बैंक से अस्पताल में दाखिल एक अनीमिया पीड़ित महिला को एचआइवी पाजिटिव ब्लड चढ़ाने के मामले में डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ ऐंड फैमिली वेलफेयर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को तलब किया है। आयोग ने पीड़ित महिला का मेडिकल रिकार्ड मांगा है।

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    राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पूरा मेडिकल रिकार्ड 4 हफ्तों में भेजने के आदेश दिए हैं। सांकेतिक चित्र।

    जासं, बठिंडा। सिविल अस्पताल बठिंडा के ब्लड बैंक से अस्पताल में दाखिल एक अनीमिया पीड़ित महिला को एचआइवी पाजिटिव ब्लड चढ़ाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ ऐंड फैमिली वेलफेयर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को तलब किया है। आयोग ने पीड़ित महिला का मेडिकल रिकार्ड मांगा है। इसमें महिला को सिविल अस्पताल में दाखिल करने से लेकर उसे डिस्चार्ज करने तक पूरा मेडिकल रिकार्ड 4 हफ्तों में भेजने के आदेश दिए हैं। आयोग ने यह कार्रवाई समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष सोनू माहेश्वरी की तरफ से भेजी शिकायत के बाद की है।

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    आयोग ने सोनू माहेश्वरी की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि आयोग ने सोनू की शिकायत पर केस भी दर्ज कर लिया है। उन्होंने शिकायत में आयोग को बताया था कि बठिंडा सिविल अस्पताल के ब्लड से मई, 2020 में अस्पताल में दाखिल एक अनीमिया पीड़ित महिला को एचआईवी पाजिटिव ब्लड चढ़ा दिया गया था। इसके बाद महिला के अलावा उसका पति व तीन वर्षीय बच्ची भी एचआईवी संक्रमित हो गई। ब्लड बैंक या अस्पताल प्रबंधन और अधिकारियों ने महिला और उसके परिवार को एचआईवी संक्रमित ब्लड चढ़ाने के बारे में कई महीनों बाद भी कोई जानकारी नहीं दी थी। इसके चलते महिला का दूध पीने वाली उसकी तीन साल की मासूम बच्ची भी एचआईवी पाजिटिव हो गई। वर्तमान में महिला का पति भी एचआईवी पाजिटिव है।

    इसका खुलासा तब हुआ जब सरकारी अस्पताल की टीम ने 27 अगस्त, 2021 को महिला और उसके परिवार के टेस्ट किए। प्रभावित महिला गरीब परिवार से है। उसका पति मजदूरी करता है। संस्था ने शिकायत में इस घटना संबंधी उचित कार्यवाही करने की मांग की थी। संस्था के अध्यक्ष सोनू माहेश्वरी ने कहा कि कई बेकसूर लोगों को जिंदगी भर की इतनी बड़ी तकलीफ देने वाले ब्लड बैंक, सेहत विभाग के जिम्मेवार किसी भी आरितपी को बचने नहीं दिया जाएगा। आरोपितों को सजा दिलवाने के साथ-साथ पीड़ित परिवार को हरसंभव मुआवजा दिलवाने के लिए भी संघर्ष किया जाएगा।

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