Jalandhar Air Quality: दीपावली की पूर्व संध्या बिगड़ी शहर की आबोहवा, एक्यूआइ 212 तक पहुंचा
Jalandhar Air Quality दीपावली से पहले ही शहर की हवा प्रदूषित हो गई है। दिवाली की पूर्व संध्या पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 212 दर्ज किया गया। प्रशासन लगातार अपील कर रहा है कि दिवाली पर ग्रीन पटाखे ही जलाएं।

जागरण संवाददाता, जालंधर। Jalandhar Air Quality: दीपावली की पूर्व संध्या ही शहर की आबोहवा बिगड़ गई। पराली को आग लगाना और पटाखे इसका मुख्य कारण बने। हालांकि अभी इतने पटाखे भी नहीं चले हैं, फिर भी शहर की हवा प्रदूषित होती जा रही है। शनिवार की बात करें तो एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 102 रिकार्ड किया गया था। वहीं 24 घंटे बाद ही दोगुणे से भी ज्यादा बढ़कर एक्यूआइ 212 तक पहुंच गया है।
प्रशासन की अपील, ग्रीन पटाखे ही जलाएं
दिवाली के दिन पटाखों की वजह से शहर के एक्यूआइ का स्तर 450 से 500 तक पहुंच जाता है। इस वजह से सांस लेने तक में परेशानी होती है। इसके मद्देनजर ही प्रशासन की तरफ से दीवाली की रात आठ से दस बजे तक ही पटाखे चलाने के लिए समय निर्धारित किया गया है। प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि ग्रीन पटाखे ही जलाएं, ताकि प्रदूषण का स्तर कम रहे। शून्य से 50 एक्यूआइ तक स्वास्थ्य के लिए सही माना जाता है।
खतरनाक प्रदूषण का स्तर बढ़े तो न निकलें घर से बाहर
सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. राजीव शर्मा ने कहा कि दिन प्रतिदिन शहर की हवा दूषित होती जा रही है। दिवाली के दिन तो यह खतरनाक स्थिति तक पहुंच जाती है। प्रदूषित हवा रोगियों, बच्चों और वृद्धों के लिए बेहद खतरनाक है। इसमें भी खास कर श्वास के रोगियों को इससे बचाव करना चाहिए। प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर घर से बाहर निकलने से सभी को परहेज करना चाहिए। अगर बेहद जरूरी हो तभी निकलें और एन-95 मास्क अवश्य पहन कर रखें। थोड़ी सी भी लापरवही स्वास्थ्य बिगाड़ सकती है।

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