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    पंजाब में इंस्पेक्टर, एएसआइ और हेड कांस्टेबल बर्खास्त, दो युवकों को नशे के झूठे केस में फंसाने पर डीजीपी की बड़ी कार्रवाई

    By Pankaj DwivediEdited By:
    Updated: Mon, 25 Jul 2022 09:31 PM (IST)

    पंजाब के कार्यकारी डीजीपी गौरव यादव ने थाना फिरोजपुर कैंट के इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह बाजवा नारकोटिक्स सेल के एएसआइ अंग्रेज सिंह और हेड कांस्टेबल जोगिंदर सिंह को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। इन तीनों पर दो युवकों को नशे के झूठे केस में फंसाने के आरोप हैं।

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    डीजीपी की कार्रवाई से पंजाब पुलिस में हड़कंप मच गया है। सांकेतिक चित्र।

    जागरण संवाददाता, फिरोजपुर। असली नशा तस्करों को दबोचने के बजाए निर्दोष युवकों को ड्रग्स के झूठे केस में फंसाना पंजाब पुलिस के दो अधिकारियों और हेड कांस्टेबल को भारी पड़ गया।   कार्यकारी डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके विभाग को स्पष्ट संदेश दिया है कि अधिकारी और जवान सुधर जाएं वरना नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। उन्होंने फिरोजपुर कैंट के इंस्पेक्टर, नारकोटिक्स सेल के एएसआइ और हेड कांस्टेबल को दो युवकों को नशे व ड्रग मनी के झूठे केस में फंसाने के मामले में नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।

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    एसएसपी फिरोजपुर सुरिंदर लांबा ने बताया कि आरोपित पुलिस अधिकारियों थाना फिरोजपुर कैंट के इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह बाजवा, नारकोटिक्स सेल के एएसआइ अंग्रेज सिंह और हेड कांस्टेबल जोगिंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर पूछताछ की जाएगी कि वे युवकों से कितने रुपये की मांग कर रहे थे।

    उन्होंने बताया कि नारकोटिक्स कंट्रोल सेल फिरोजपुर के एएसआइ अंग्रेज सिंह ने कार (पीबी-01बी-3563) में सवार लुधियाना के गुरु तेग बहादुर नगर निवासी कंवलजीत सिंह और राजस्थान के बीकानेर राजस्थान निवासी गौतम पारिक को गिरफ्तार कर इनसे एक किलो हेरोइन और पांच लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद करने का दावा किया था। इनके खिलाफ 20 जुलाई को थाना फिरोजपुर कैंट में केस दर्ज किया गया था।

    जांच के दौरान जवाब नहीं दे सके तीनों पुलिस कर्मी

    इस मामले में पीड़ितों ने उच्चाधिकारियों को शिकायत की तो जांच के दौरान आरोपित पुलिस अधिकारी सही जवाब नहीं दे सके। कार्यकारी डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि आरोपित पुलिस अधिकारी युवकों को झूठे केस में फंसाकर पैसों की मांग कर रहे थे। शिकायत की जांच के बाद इन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।

    पुलिस की आरोपितों से पूछताछ की तैयारी

    उधर, मामले को लेकर एसएसपी फिरोजपुर सुरिंदर लांबा ने कहा अभी पूछताछ के बाद बताएंगे कि आरोपित पीड़ित युवकों से कितने पैसों की मांग कर रहे थे और जो हेरोइन उन्होंने बरामद दिखाई है, वह उनके पास कहां से आई है।