Wedding Muhurat 2022: शादी के लिए करना होगा ढाई महीने इंतजार, इस वर्ष 13 विवाह मुहूर्त ही बचे
देवशयनी एकादशी 10 जुलाई से भगवान विष्णु शयन काल में चले गए हैं। 4 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर देव क्षीर निद्रा से जागेंगे। इसके बाद विवाह मुहुर्त शुरू हो जाएंगे। नवंबर और दिसंबर में कुल 13 दिन विवाह की शहनाइयां बजेंगी।

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। साल 2022 के ग्रीष्मकालीन शादियों का अंतिम लग्न 8 जुलाई को पूरा हो चुका है। अब विवाह जैसे शुभ कार्यों के लिए अभी ढाई माह का इंतजार करना पड़ेगा। अब विवाह की शहनाइयां गोवर्धन पूजा के बाद देवउठनी एकादशी के बाद ही गूंजेगी। अब शादी मुहूर्त नवंबर माह में देवउठनी एकादशी के बाद 26 नवंबर से शुरू होंगे। पंडित गगन शर्मा ने बताया कि देवशयनी एकादशी 10 जुलाई को थी, जबकि देवउठनी एकादशी 4 नवंबर को होगी।
देवउठनी एकादशी पर इस बार शुक्र ग्रह अस्त होने से विवाह मुहूर्त नहीं रहेगा, परंतु यह दिवस अबूझ मुहूर्त का होने की वजह से आवश्यक होने पर विवाह किए जा सकेंगे। शुक्र ग्रह के उदित होने के बाद 26 नवंबर से मुहूर्त शुरू होंगे। ये मुहूर्त 26 से 28 नवंबर और 1 से 4, 7 से 9 और 13 से 15 दिसंबर को यानी दो माह में कुल 13 दिन विवाह की शहनाइयां बजेंगी।
चातुर्मास में नहीं होते ये मांगलिक कार्य
देवशयनी एकादशी 10 जुलाई से भगवान विष्णु शयन काल में चले गए हैं। 4 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर देव क्षीर निद्रा से जागेंगे। चातुर्मास के लगने के बाद से शादियां, सगाई, गृह प्रवेश, मुंडन, जनेऊ संस्कार और अन्य शुभ काम नहीं होते हैं। सूर्यदेव को प्रत्यक्ष देवता माना गया है। दक्षिणायन होने पर सूर्य देव दक्षिण की ओर झुकाव के साथ गति करते हैं। यही वजह है कि इस दौरान मांगलिक कार्य की मनाही होती है।
ये काम करने चाहिए
मान्यताओं के अनुसार दक्षिणायन का काल देवताओं की रात्रि मानी गई है। दक्षिणायन को नकारात्मकता का और उत्तरायण को सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। दक्षिणायन में सूर्य देव कर्क से मकर तक छह राशियों में होकर गुजरते हैं। इस दौरान पितरों की पूजा और स्नान-दान का बहुत महत्व होता है।
दक्षिणायन काल में व्रत रखना, पूजा-पाठ करना फलदायी माना जाता है। कहते हैं जब सूर्य पूर्व से दक्षिण दिशा की ओर चलते है तो ये समय सेहत के नजरिए से खराब होता है। इसलिए मान्यता है कि चातुर्मास में भोजन का विशेष ध्यान देना चाहिए।
80 प्रतिशत मैरिज पैलेस बुक
नवंबर व दिसंबर में मुहूर्त केवल 13 दिन होने से न केवल इन तारीखों में विवाह के लिए ज्यादातर मैरिज गार्डन की बुकिंग फुल होने की स्थिति में हैं, बल्कि जनवरी और फरवरी के लिए भी लोग अभी से बुकिंग करा रहे हैं। करीब आधे शादी हाल व मैरिज गार्डन बुक हो चुके हैं। अगले दिनों में होने वाले शादियों के लिए अभी से ही लोगों ने बुकिंग कराना शुरू कर दिया है। नवंबर व दिसंबर में लग्न कम होने के चलते लोग शादी के लिए जनवरी, फरवरी के लिए भी बुकिंग करा रहे हैं। शहर के 80 फीसद मैरिज पैलेस बुक हो चुके हैं।

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