कपूरथला में अतिक्रमण की वजह से लगे जाम से हलकान बाजार, रेहड़ी वालों के कब्जे ने तोड़ी यातायात की कमर
कपूरथला शहर में अतिक्रमण की समस्या गंभीर होती जा रही है, जिससे बाजार और सड़कें जाम हो रही हैं। रेहड़ी-फड़ी वालों और दुकानदारों के अवैध कब्जों के कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। स्थानीय लोग प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं, जबकि रेहड़ी वाले वैकल्पिक जगह की मांग कर रहे हैं। सामाजिक संगठनों ने भी इस मुद्दे पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

त्योहारों में अतिक्रमण के कारण बाजारों व सड़कों पर जाम, शहरवासी परेशान (फोटो: जागरण)
नरेश कद, कपूरथला। ऐतिहासिक शहर कपूरथला इन दिनों अतिक्रमण की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। शहर की प्रमुख भगत सिंह चौक, सदर बाजार, अमृत बाजार सहित सड़कों, चौकों और बाजारों में रेहड़ी-फड़ी वालों तथा दुकानदारों द्वारा किए गए अवैध कब्जों ने लोगों का चलना-फिरना मुश्किल कर दिया है। हालत यह है कि मुख्य मार्गों पर हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। सुबह के वक्त जब लोग दफ्तरों और विद्यार्थी स्कूलों के लिए निकलते हैं तो घंटों तक ट्रैफिक में फंसे रहते हैं।
वहीं शाम के समय बाजारों में खरीदारी करने वालों को भी गाड़ियों की लंबी कतारों और हार्न की आवाजों के बीच परेशान होना पड़ता है। कचहरी रोड जैसे इलाकों में अतिक्रमण चरम पर है। दुकानदारों ने दुकानों के आगे तक सामान फैला रखा है, जबकि रेहड़ी-फड़ी वाले सड़क के बीचोंबीच अपने ठेले लगाकर ट्रैफिक बाधित करते हैं। इससे पैदल चलने वालों को भी रास्ता नहीं मिलता।
कई बार छोटी घटनाएं और झगड़े भी हो जाते हैं, जब कोई वाहन फंस जाता है या किसी की रेहड़ी से टकरा जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद और ट्रैफिक पुलिस की ओर से कभी-कभार अभियान चलाया जाता है, लेकिन कुछ दिनों बाद हालात फिर वही हो जाते हैं। एक दुकानदार का कहना था कि जब प्रशासन खुद सख्ती नहीं करता, तो लोग दोबारा कब्जा जमा लेते हैं। कार्रवाई सिर्फ दिखावे की होती है।
एक अन्य राहगीर ने बताया कि कपूरथला शहर छोटा जरूर है, लेकिन ट्रैफिक समस्या बड़ी होती जा रही है। सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने या शाम को घर लौटने में घंटों लग जाते हैं। कई बार एंबुलेंस तक फंस जाती है।”
वहीं, रेहड़ी वालों का कहना है कि रेहड़ी-फड़ी लगाना उनकी रोजी-रोटी का साधन है। नगर निगम को चाहिए कि वैकल्पिक जगह मुहैया कराई जाए, ताकि ट्रैफिक भी सुचारू रहे और उनका रोजगार भी न छीने।
स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कपूरथला में स्थायी अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि रेहड़ी वालों को निर्धारित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। जिन दुकानदारों ने फुटपाथों पर कब्जा किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
शहर के सामाजिक संगठनों और एनजीओ ने भी प्रशासन को चेताया है कि अगर जल्द सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो वे जनआंदोलन शुरू करेंगे। उनका कहना है कि कपूरथला का सौंदर्य और यातायात व्यवस्था दोनों बिगड़ते जा रहे हैं, जिससे शहर की छवि पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
ट्रैफिक पुलिस के इंचार्ज दर्शन सिंह ने कहा कि कई बार अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम को रिपोर्ट भेजी है। साथ ही, लोगों से भी सहयोग की अपील की गई है। उन्होंने बताया कि सड़क पर रेहड़ी लगाने या दुकान के आगे सामान फैलाने से न केवल ट्रैफिक बाधित होता है, बल्कि आपात स्थिति में बचाव कार्य भी प्रभावित होते हैं। हम चाहते हैं कि लोग स्वयं नियमों का पालन करें।
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