पंजाब से भाग हिमाचल में छिपे बर्खास्त एएसआइ व हेड कांस्टेबल साथी समेत गिरफ्तार, दो युवकों को नशे के झूठे केस में फंसाया था
दो युवकों को नशे के झूठे केस में फंसाने के मामले में बर्खास्त किए एएसआइ व हेड कांस्टेबल को हिमाचल के ऊना से पुलिस ने एक अन्य साथी के साथ गिरफ्तार किया है। अन्य साथी एएसआइ राजपाल है। पुलिस ने आरोपितों से नकदी व सरकारी हथियार भी बरामद किया है।

जागरण टीम, फिरोजपुर। एक किलो हेरोइन और पांच लाख की ड्रग मनी फर्जी केस तैयार करने के आरोप में नारकोटिक्स सेल के बर्खास्त एएसआइ अंग्रेज सिंह, हेड कांस्टेबल जोगिंदर सिंह को हिमाचल के ऊना से पंजाब और हिमाचल पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किया है। इस दौरान एक अन्य एएसआइ राजपाल को भी पकड़ा गया है। आरोपितों से 50 हजार रुपये की नकदी और सरकारी हथियार भी बरामद किया गया है। खास बात यह है कि इस मामले में राजपाल को दूसरे मुलाजिमों के साथ ड्यूटी से बर्खास्त नहीं किया गया था, लेकिन वह भी फरार हो चुका था।
इसकी पुष्टि ऊना के पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने करते हुए कहा है कि तीनों आरोपितों को पंजाब पुलिस के हवाले किया है। इन्हें पुलिस फिरोजपुर ले गई है। इस केस में बर्खास्त इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह बाजवा अभी फरार है और उनके गांव की रिहायश पर ताले लगे हैं। जानकारी के अनुसार तीनों को उस समय ऊना के लालबत्ती चौक पर उस समय पकड़ा गया जब एक निजी वाहन में सवार होकर जा रहे थे।
बता दें कि 20 जुलाई को लुधियाना के कार चालक कंवलजीत सिंह और बीकानेर के गौतम पर एक किलो हेरोइन और पांच लाख की ड्रग मनी बरामद होने का केस दर्ज किया गया। गौतम के मालिक ने एसएसपी फिरोजपुर को शिकायत की तो मामला फर्जी पाया गया। इसके बाद तीनों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। हालांकि इस दौरान राजपाल भी मौजूद था लेकिन उसे इस केस में नामजद नहीं किया गया। केस दर्ज होते ही आरोपित फरार हो गए और उनकी तलाश में पुलिस लगातार रेड कर रही थी। इसी बीच सूचना मिली कि आरोपित हिमाचल की तरफ फरार हुए हैं तो फिरोजपुर पुलिस ने ऊना की पुलिस की मदद से बर्खास्त एएसआइ अंग्रेज सिंह, हेड कांस्टेबल जोगिंदर सिंह के साथ ही एएसआइ राजपाल को भी धर दबोचा।
एक किलो हेरोइन और पांच लाख की ड्रग मनी कहां से आई
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा होता है कि अगर यह मामला फर्जी था तो नारकोटिक्स विभाग के उक्त बर्खास्त कर्मचारी एक किलो हेरोइन और पांच लाख की ड्रग मनी कहां से लाए थे। हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले में जांच की बात कह रहे हैं। एसएसपी ने कहा कि किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा और सच्चाई जल्द ही सभी के सामने होगी।
बर्खास्त इंस्पेक्टर की कोठी को लगा ताला
फिरोजपुर मोगा रोड पर गांव आलेवाला के नजदीक कृष्णा एन्कलेव में नारकोटिक्स सेल के इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह ने कोठी किराये पर ली हुई थी। केस दर्ज होने के बाद आरोपित कोठी को ताला लगा कर फरार हो गया है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। डीएसपी यादविंदर सिंह ने कहा कि बर्खास्त इंस्पेक्टर जल्द गिरफ्त में होगा। वीरवार को बड़ा खुलासा होगा।
एक बार आए थे पीड़ित के संबंधी : एसएसपी
एसएसपी सुरिंदर लांबा ने कहा कि फर्जी केस में फंसाए युवकों के रिश्तेदार एक बार ही उनके पास आए थे, जिनकी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की गई। ऐसा नहीं है राजपाल को छोड़ा गया है, जो भी ऐसे मामलों में शामिल होगा, उस पर कानूनी कार्रवाई जरूर होगी। आरोपितों से ही पता चलेगा फर्जी केस के लिए वे हेरोइन कहां से लाए।
आरोपितों को पकड़ने के लिए ऊना पुलिस ने सहयोग किया है। आरोपित हेरोइन कहां से लाए थे, इसकी गहनता से जांच की जाएगी। आरोपितों से 50 हजार रुपये व सरकारी हथियार बरामद हुए हैं। फरार इंस्पेक्टर की तलाश की जा रही है।
-यादविंदर सिंह, डीएसपी, फिरोजपुर।

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