पंजाब में बाढ़ से पावरकॉम को 120 करोड़ का नुकसान, संजीव अरोड़ा बोले- लटकती और पुरानी तारें हटाई जाएंगी
पंजाब में बाढ़ और भारी बारिश के कारण पावरकॉम के बिजली सिस्टम को 120 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बिजली मंत्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए मेकओवर योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत अमृतसर जालंधर लुधियाना समेत 13 नगर निगमों में बिजली सिस्टम में सुधार किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। प्रदेश में हाल ही में आई बाढ़ और वर्षा के कारण पावरकाम के बिजली सिस्टम को भारी नुकसान हुआ है। इस आपदा के चलते ट्रांसफार्मर, तारें, पोल और ग्रिड फीडर समेत अन्य तकनीकी उपकरणों को लगभग 120 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
इस स्थिति के कारण उपभोक्ताओं को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। प्रदेश के बिजली मंत्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए विभाग ने मेकओवर योजना की शुरुआत की है।
इस योजना के अंतर्गत अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, फगवाड़ा, मोहाली, मोगा, होशियारपुर, पठानकोट, अबोहर, बटाला और कपूरथला जैसे नगर निगमों में बिजली सिस्टम में सुधार किया जाएगा।
अरोड़ा ने कहा कि इस योजना के तहत शहरों में बिजली के पोल पर केबल के तारों के गुच्छे और नीचे लटक रही पुरानी तारें हटाई जाएंगी। इस संबंध में केबल आपरेटर व अन्य कंपनियों से मीटिंग कर निर्देश दिए हैं।
पावरकाम में कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए 2200 नए कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। योजना के तहत कार्य अगले साल जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
बिजली मंत्री ने शनिवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान के मार्गदर्शन में बैठक हुई है, जिसमें पंजाब के बिजली सिस्टम को मेकओवर योजना शुरू करने का फैसला किया गया है। पीएसपीसीएल ने 13 प्रमुख नगर निगमों में बिजली लाइनों के उन्नयन के लिए विशेष परियोजना शुरू की है।
लुधियाना के सिटी वेस्ट में पायलट परियोजना शुरू होगीअरोड़ा ने बताया कि सिटी वेस्ट लुधियाना सबडिवीजन में बिजली सुधार किया जाएगा। इनमें लटक रही तारें, अन्य कार्यों पर पीएसपीसीएल सभी आवश्यक सामग्री की आपूर्ति करेगा। पायलट परियोजना के लिए श्रम (लगभग 1.2 करोड़ रुपये) का प्रविधान आउटसोर्स किया जाएगा ताकि शीघ्र कार्यान्वयन सुनिश्चित हो सके।
पायलट परियोजना दो महीने के भीतर पूरी की जाएगी। मोहाली में नया काल सेंटर बनेगा, 182 कर्मचारी कार्यरत होंगेबिजली शिकायत के लिए 1912 नंबर बिजी रहने के चलते मोहाली में नया काल सेंटर बनाया जाएगा। इसमें 182 कर्मचारी रखे जाएंगे। कंप्लेंट की निगरानी रखी जाएगी। समय से शिकायत ठीक न होने पर अधिकारियों व जेई पर कार्रवाई भी होगी।
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