'जांच में देरी जरूर, हाथ पक्का डालूंगा'; मुक्तसर में CM भगवंत मान का सुखबीर बादल पर बड़ा हमला
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पिछली सरकारों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उन सरकारों ने मिलकर नशा बेचा, रिश्वत ली और संपत्ति बनाई। मान ने जनता से अपील की कि वे अपने वोट को न बेचें और समझदारी से सही नेता और सरकार का चुनाव करें। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों का भी उल्लेख किया और कहा कि अब सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी हर परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त कर रहे हैं।
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मुक्तसर में CM भगवंत मान का सुखबीर बादल पर बड़ा हमला। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के साथ मिल जुलकर नशे बेचे, रिश्वत खाई, प्रापर्टी बनाईं। ट्रासपोर्ट छीनकर, खुद की ट्रांसपोर्ट बनाई। पर मैं जांच करवाने में लेट जरूर हो रहा हूं लेकिन हाथ पक्का डालूंगा। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब को सुखबीर कुछ मानते नहीं है।
एसजीपीसी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर एसजीपीसी के अधीन आते सभी गुरुद्वारों से गोलकें उठा ली जाएं तो इनके 95 प्रतिशत कर्मचारी नौकरी छोड़ देंगे। उन्होंने एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी पर भी कटाक्ष किया। मान ने कहा कि मेरा यह बयान सुन कर धामी जरूर कुछ बोलेगा। उन्होंने कहा कि धामी एसजीपीसी का प्रधान नहीं बल्कि शिअद के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह बात मुक्तसर के गुरु गोबिंद सिंह खेल स्टेडियम में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कही। वे यहां 138.83 करोड़ की लागत के जल सप्लाई एवं सीवरेज योजना के प्रोजेक्ट की शुरुआत करने आए हुए थे।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर व्यंग करते हुए मान ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को तो सत्ता में रहना ही पसंद है। जब मुगलों का राज था, तब वे मुगलों के साथ थे। जब अंग्रेजों का राज था वो अंग्रेजों के साथ थे। कांग्रेस के राज में कांग्रेस और अकालियों के राज में अकालियों के साथ।
अब भाजपा का राज है तो वे भाजपा में है और सभी को भाजपा में आने की बातें करते रहते हैं। विपक्ष के नेता जनता के साथ ऐसे खेलते हैं जैसे शतरंज खेल रहे हो। इन्हें तो जनता से डरना चाहिए।
शिअद पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि इनके राज में लाल बत्ती वाली गाड़ियों में चिट्टा बिकता था। इस सरकार ने पंजाबियों को चिट्टे के नशे के आदी बना दिया। गत दिनों तरनतारन में बीबी हरसिमरत कौर बादल बोल रहे थे कि जब उनकी सरकार थी तब किसी को चिट्टे का नाम नहीं पता था।
यह सही भी है क्योंकि उस समय मजीठिया को ही चिट्टा बोलते थे। मजीठिया के नाम से ही चिट्टे की पुड़िया बिकती थी। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास काम के मुद्दे ही नहीं बचे। वो सिर्फ यही बातें करते फिर रहे हैं कि इस बार उनकी बारी आने दो। फिर देखो कैसे विकास होगा। जबकि शिअद का गढ़ कहलाए जाने वाले इस क्षेत्र का सही मायने में बेहद बुरा हाल है। जो कार्य वर्षों पहले हो जाने चाहिए थे वो अब शुरु हो रहे हैं।
मान ने कहा कि सुखबीर बादल व अन्य नेता ये कहते नहीं थकते कि क्षेत्र में सभी कार्य बादल ने करवाएं हैं, जब कोटकपूरा व बरगाड़ी की बात आती है तब उसका जिक्र नहीं करते कि यह कार्य भी उन्होंने ही करवाया है। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबियां करवाकर सुखबीर बादल ने श्री अकाल तख्त साहिब पर कबूल भी लिया था। मगर बाद में बाहर आकर कहते ये तो वैसे ही बोल दिया।
ये श्री अकाल तख्त साहिब को कुछ समझते ही नहीं। मगर इतिहास किसी को माफ नहीं करता। माफी गलतियों की हो सकती है, गुनाहों की माफी नहीं सजा होती है। लोगों की कचहरी में उन्हें सजा मिल चुकी है। अब उनके साथ कोई नहीं है।
सुखबीर बादल को खुद को पता नहीं चलता कि वो क्या कह जाते हैं। पंजाब के वारिस कहलाते हैं, मगर पंजाबी इन्हें बोलनी नहीं आती। सीएम ने कहा कि वे करीब डेढ़ साल मनप्रीत बादल के घर में रहे हैं। बादलों के घर में सभी अंग्रेजी बोलते हैं । इन्हें पंजाबी बोलनी तो आती ही नहीं है। पंजाब में राज करने को फिरते हैं।
मान ने कहा कि आज लंदन से पैरिस समुद्र के नीचे से ट्रेन जाती है। इसे देखकर सुखबीर बादल ने भी पंजाब में पानी की बसें चलाने का तजुर्बा किया था, मगर फेल हो गए।
उन्होंने कहा कि ये सभी सरकारें बार-बार मिल-जुलकर राज करती रही हैं। मिल-जुल कर नशे बेचे, रिश्वत खाई, प्रापर्टी बनाईं। ट्रासपोर्ट छीनकर, खुद की ट्रांसपोर्ट बनाई। अब सबकी जांच चल रही। मान ने कहा कि वे वोट मांगने नहीं आए, मगर जब वोट डालने का समय आया करे तो जनता यह जरुर सोच ले कि कौन सी सरकार लोगों का भला कर सकती। जो सोने का चम्मच मुंह में लेकर जन्म लेते हैं वो भला जनता का क्या भला करेंगे।
मतदान की बात करते हुए मान ने कहा कि मत यानि की अक्ल। मतदान करना अपनी अक्ल का दान करना होता है। अपने मत को कभी न बेंचे और अक्ल से कार्य कर सही नेता व सरकार चुनें। अगर रुपये देकर वोट डालोगे तो वो सरकार बनाने के बाद पांच साल उन्हें बेचेंगे और अपनी वोट की कीमत वसूलेंगे।
मान ने कहा कि 70 वर्षों का उलझा हुआ कार्य अब वे धीरे-धीरे सही कर रहे हैं। उनकी नीयत में कोई खोट नहीं है। जबकि विपक्ष में भ्रष्टाचार के इल्जाम लगते रहे हैं। अब वे उनकी आलोचनाएं करने में लगे हैं और यह उनका काम हैं क्योंकि उनकी कुर्सियां छीन गई हैं। शिक्षा की बात करते हुए सीएम ने कहा कि आप के कार्यकाल में शिक्षा के स्तर का सुधार हुआ है और अब सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी हर एग्जाम टाप कर रहे हैं।

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