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    बठिंडा के जीदा बलास्ट के मास्टरमाइंड गुरप्रीत के घर पहुंची NIA, क्या दिल्ली धमाके से है कोई कनेक्शन?

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 03:38 PM (IST)

    बठिंडा के जीदा गांव में धमाके के मामले में शामिल गुरप्रीत सिंह एक साल मुक्तसर में अपने मामा के घर रहा था, जहाँ उसने 11वीं कक्षा की पढ़ाई की। एनआईए टीम ने गुरप्रीत के मामा और स्कूल स्टाफ से पूछताछ की, ताकि उसके व्यवहार के बारे में जानकारी मिल सके। मामा रणवीर ने बताया कि गुरप्रीत उनके साथ रहते हुए सामान्य था और कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं करता था।

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    जीदा बलास्ट के आरोपी के घर पहुंची NIA (फोटो: जागरण)

    जागरण संवाददाता, बरीवाला\मुक्तसर। दिल्ली ब्लास्ट और फरीदाबाद व पंजाब में विस्फोटक सामग्री बरामद होने तथा फरीदाबाद से सफेदपोश आतंकी पकड़े जाने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसियों ने सुरक्षा के मद्देनजर पुराने कई केसों में जांच तेज कर दी है।

    दो माह पहले बठिंडा के गांव जीदा में ला स्टूडेंट के घर धमाके की जांच को भी जांच एजेंसी एनआईए उसी से जोड़ कर देख रही है कि ला स्टूडेंट गुरप्रीत सिंह के पास विस्फोटक सामग्री कहां से आई। इसके माड्यूल में और कौन लोग जुड़े हुए हैं। वहीं गुरप्रीत कहां कहां रहा और पढ़ा वहां भी रिश्तेदारों और स्कूल स्टाफ से पूछताछ की जा रही है।

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    शनिवार को एनआइए टीम मुक्तसर में गुरप्रीत के मामा रणवीर सिंह उर्फ इंद्रजीत के घर पहुंची। दरअसल 2023 में गुरप्रीत सिंह अपने मामा के यहां साल भर रहा और वह इस दौरान मुक्तसर के मडाहर कलां गांव में गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ता था‌। अब एनआइए टीम पहले मामा के घर तीन घंटे तक पूछताछ करती रही और फिर स्कूल में पहुंच स्टाफ से भी पूछताछ की।

    बता दें कि बठिंडा के जीदा गांव में यह धमाका 10 सितंबर को हुआ था। आरोपित गुरप्रीत सिंह (19) अपने घर में विस्फोटक सामग्री के साथ काम कर रहा था, तभी दो जोरदार धमाके हुए।

    धमाके में घायल आरोपित का दाहिना हाथ काटना पड़ा था, जबकि उसके पिता भी घायल हुए थे। जांच में सामने आया कि गुरप्रीत सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित हुआ था और संवेदनशील जगह पर हमला करने की तैयारी कर रहा था। एनआईए मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मान रही है।

    रणवीर सिंह ने बताया कि वह गांव हराज में पंचायत सदस्य (पंच) है। एनआइए टीम उसके घर आई और गुरप्रीत के बारे में पूछ रहे थे। गुरप्रीत जब वर्ष 2023 में मेरे पास रहता था और यहां ही 11वीं कक्षा में पढ़ता था तो उस समय उसका बहेवियर कैसा था।

    यही बातें स्कूल स्टाफ से पूछी गई। रणवीर ने बताया कि उसने एनआइए टीम को बताया कि जब गुरप्रीत उनके पास रहता था तो यहां एक साधारण बच्चे की तरह ही वो स्कूल में जाता और घर में भी उसकी कोई ऐसी एक्टीविटी नहीं दिखी जो संदिग्ध हो।

    घर से भी बाहर कम निकलता था। मुक्तसर में पढ़ाई करने के बाद वह अपने गांव जीदा में चला गया और वहां ही 12वीं पास की। इसके बाद वह ला करने लग गया। वह यूट्यूब से वीडियो देख कर ऐसे कैसे कट्टरपंथी बन गया यह बात उनके समझ में नहीं आ रही है। रणवीर ने बताया कि एनआइए टीम को उनके घर से कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और न ही वह कुछ साथ लेकर गए हैं।