Ground Report: पंजाब के लोगों को गहरे जख्म दे गई रावी नदी में आई बाढ़, पानी सूखने के बाद अब शुरू हुआ नया संघर्ष
रावी नदी में आई बाढ़ थम गई है पर गहरे जख्म छोड़ गई है। कई लोगों का रोजगार छिन गया तो कुछ ने अपनों को खो दिया। किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है और भूमि की उपजाऊ क्षमता कम होने का डर है। सीमावर्ती क्षेत्रों का व्यापार प्रभावित हुआ है और मजदूर वर्ग को काम मिलने में परेशानी हो रही है।

दीपक कुमार बमियाल, पठानकोट। दरिया में आई बाढ़ बेशक थम चुकी है और हालात धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे हैं। लेकिन दरिया की बाढ़ इस बार कई ऐसे गहरे जख्म देकर गई है। जिन्हें भरने में शायद वक्त लगेगा इस बाढ़ में यहां कई लोगों का रोजगार छिन गया तो वहीं कुछ लोगों ने अपनों को खो दिया।
जिंदगी बेशक पटरी पर लौट रही है लेकिन यह जख्म वर्षों तक लोगों के जहन में रवि की बाढ़ की तरह बहते रहेंगे। क्योंकि,रावी दरिया में उठे उफान के बाद पैदा हुए बाढ़ के हालात से दरिया के पानी से प्रभावित एरिया में किसानों की सैकड़ो एकड़ फसल दरिया के बहाव के साथ बहकर आई रेत मिट्टी की चपेट में आने के कारण बर्बाद हो चुकी है।
बेशक अधिकांश उपजाऊ भूमि से पानी सूख चुका है परंतु दरिया का उफान किसानों को गहरे जख्म दे गया है। कई स्थानों पर हालात यह है कि वहां फसल तो बर्बाद हो चुकी है और खेतों में जमा रेत मिट्टी के कारण किसानों को अगली फसल लगाने की चिंता सता रही है और भूमि की उपजाऊ क्षमता कम होने का अंदेशा भी बना हुआ है कुछ खेतों में अभी भी दरिया का पानी खड़ा है जिससे वहां लगी फसल सड़ चुकी है।
हालांकि सरकार की ओर से किसानों को हर मदद का भरोसा दिलाया गया है और खराब फसलों और बाढ़ से हुए नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करवाई जा रही है जो अभी जारी है माल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आगामी कुछ दिनों में स्पेशल गिरदावरी मुकम्मल होने के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी की कितनी एकड़ फसल प्रभावित हुई है एवं अन्य नुकसान हुआ है।
रावी दरिया में आई बाढ़ से सीमांत एरिया का कारोबार भी प्रभावित हुआ है। अड्डा कोलिया दतियाल,मगवाल में कई दुकानों को बाढ़ के कारण नुकसान पहुंचा है। कुछ जगहों पर दुकाने खंडहर में तब्दील हो चुकी है जिन्हें देखकर सहजता से ही अंदाजा लगाया जा सकता है के कितनी दुकानदारी प्रभावित हो चुकी है।
बाढ़ का असर सीमांत एरिया के मुख्य बाजारों नरोट जैमल सिंह, बमियाल में देखने को मिल रहा है।यहां दुकानदारों, नरेश महाजन कमल किशोर अश्विनी कुमार नरेश कुमार इत्यादि दुकानदार ने बताया के बाढ़ के बाद कारोबार में काफी मंदी है।
बाढ़ के बाद बेशक हालात समान्य हो रहे हैं लेकिन बाढ़ के बाद ग्रामीण मजदूर वर्ग को भी भारी परेशानी फिलहाल झेलनी पड़ रही है। क्योंकि ग्रामीण एरिया में फिलहाल मजदूर वर्ग को पर्याप्त रूप से काम नहीं मिल पा रहा। क्योंकि बाढ़ के बाद फिलहाल निजी निर्माण-कार्य करवाने से लोग कुछ परहेज कर रहे हैं हालांकि सरकार की ओर से मजदूर वर्ग की जरूरत को देखते हुए राहत सामग्री बांटी जा रही है।
धान की फसल की खरीद को लेकर प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है क्षेत्र की कुछ अनाज मंडीयां भी पानी की चपेट में आ गई थी जहां से अब पानी सूख चुका है और प्रशासन की ओर से यहां साफ सफाई के साथ-साथ स्प्रे का काम भी करवाया जा रहा है।
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