कनाडा में बैठा लखबीर रंगदारी से तैयार कर रहा खालिस्तान समर्थक आतंकी, सात और हिरासत में
जम्मू-कश्मीर राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग पर थाना सरहाली को आरपीजी हमले का शिकार बनाने के मामले के मास्टरमाइंड खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के आतंकी लखबीर सिंह गोइंदवाल जेल में बैठे खतरनाक आतंकियों से टेलीफोन पर संपर्क बनाकर पंजाब भर में अपना नेटवर्क बना रहा है।

तरनतारन, धर्मबीर सिंह मल्हार। पंजाब में नौ दिसंबर की रात को थाना सरहाली पर राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमला करने वाले दो नाबालिग आरोपितों को भले ही केंद्रीय बाल सुधार गृह फरीदकोट भेज दिया गया है। परंतु उनके चार साथी आतंकियों ने कुछ ऐसे राज उजागर किए हैं, जिसके माध्यम से पुलिस को ऐसे चार बड़े ठिकानों का पता चल सकता है। जहां पर ड्रोन के माध्यम से आया गोला बारूद और असलहा बरामद करने में कामयाबी हाथ लग सकती है।
मास्टरमाइंड खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का आतंकी लखबीर सिंह गोइंदवाल
जांच में यह भी सामने आया कि कनाडा बैठे आतंकी लखबीर द्वारा रंगदारी की राशि से 17 से 20 वर्ष के युवाओं को खालिस्तान समर्थक बनाने के लिए उनका ब्रेनवाश किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग पर थाना सरहाली को आरपीजी हमले का शिकार बनाने के मामले के मास्टरमाइंड खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के आतंकी लखबीर सिंह गोइंदवाल जेल में बैठे खतरनाक आतंकियों से टेलीफोन पर संपर्क बनाकर पंजाब भर में अपना नेटवर्क बना रहा है। नेटवर्क बनाने के लिए लखबीर को पैसे की कोई कमी नहीं आ रही।
खालिस्तान समर्थकों को बढ़ावा
हालांकि यह राशि विदेशों से नहीं आ रही, बल्कि तरनतारन व पट्टी क्षेत्र के व्यापारियों को जान से मारने की धमकियां देकर वसूली जा रही। रंगदारी को खालिस्तान समर्थकों को बढ़ावा देने के लिए भेजा रहा है। पुलिस रिमांड पर लिए गए आतंकी गुरप्रीत सिंह गोपी नंबरदार (नौशहरा पन्नुआ), गुरलाल सिंह उर्फ गहला (चोहला साहिब), सुरलालपाल सिंह उर्फ गुरलाल (ठट्ठियां महंता) व जोबनप्रीत सिंह (नौशहरा पन्नुआ) को बख्तरबंद गाड़ी में बिठाकर पुलिस की विशेष टीम द्वारा थाना सरहाली के सामने ले जाया गया।
करीब आठ मिनट थाने के बाहर रही पुलिस टीम इन चारों आतंकियों को लेकर खेमकरण क्षेत्र में पहुंची। शाम चार बजे टीम वापस आई तो पता चला कि इन चारों आतंकियों ने लखबीर सिंह के कुछ ऐसे मंसूबों को उजागर किया है। इन चारों आतंकियों ने कबूल किया है कि तीन माह से वह लखबीर सिंह के साथी अजमीत सिंह मीता निवासी नौशहरा पन्नुआ के संपर्क में हैं। मीता ने ही इन चारों को यूरोप में बैठे आतंकी सतबीर सिंह सत्ता (नौशहरा पन्नुआ), गुरदेव सिंह जस्सल (चंबल) के साथ वीडियो काल के माध्यम से तीन मुलाकातें करवाई थीं।
इन तीनों मुलाकात के दौरान सत्ता और जस्सल ने दावा किया था कि कनाडा बैठकर खालिस्तान के लिए नेटवर्क चला रहे लखबीर सिंह के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। यह पैसा बाहर से नहीं आ रहा, बल्कि लंडा के फोन के एक इशारे पर व्यापारी वर्ग द्वारा दिया जा रहा है।
सात और संदिग्ध हिरासत में
थाने पर आरपीजी हमले के संबंध में पुलिस द्वारा रविवार को विभिन्न गांवों में छापामारी करके सात संदिग्धों को राउंडअप किया है। इनमें से एक को बाबा के नाम से पुकारा जाता है। गौरतलब है कि नौशहरा पन्नुआ से मिली आइईडी मामले में भी बाबा का नाम चर्चा में था। सूत्रों की मानें तो चार सितंबर 2019 को पंडोरी गोला में हुए ब्लास्ट के मामले में जेल में बंद दो लोगों को भी प्रोडक्शन वारंट पर लाया जा सकता है।
हालांकि नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) द्वारा रिमांड पर लिए बिक्रमजीत सिंह उर्फ बिक्कर निवासी पंजवड़ (तरनतारन) से भी पूछताछ करने की तैयारी कर ली गई है। डीजीपी गौरव यादव का कहना है कि थाना सरहाली पर आरपीजी हमले के मामले में अभी जांच शुरू ही हुई है। जांच में बहुत कुछ उजागर हो सकता है। --
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