धार्मिक उन्माद में उपजे विवाद में किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, निर्दोषों के साथ होगा न्याय: जोधपुर कमिशरनेट
पुलिस अब इस प्रयास में है कि शहर में फिर से शांति और सौहार्द कायम हो। इसके लिए अब फिर से सीएलजी बैठकें आरंभ है। कमिश्नरेट के जिला पश्चिम और पूर्व में दस थाना क्षेत्रों कर्फ़्यू लगा है। अब पुलिस ने इन सभी में सीएलजी बैठकें आरंभ कर दी है।

जोधपुर, संवाद सूत्र । अपणायत और शांति की मिसाल समझे जाने वाला जोधपुर अब सुरक्षित नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले में हुए सांप्रदायिक दंगे ने जता दिया कि जोधपुर की जनता अब पहले जैसी सुरक्षित नहीं है। हालांकि पुलिस ने दावा किया है कि शहर में हुए धार्मिक उन्माद में उपजे विवाद में किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। निर्दोषों के साथ न्याय होगा। बिना वजह किसी को फंसाया नहीं जाएगा।
एसीपी पश्चिम चक्रवर्ती सिंह राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सोमवार की रात और मंगलवार को हुए विवाद में पुलिस ने अब तक 18 प्रकरण दर्ज किए है। कमिषरेंट वेस्ट में 20 लोगों को दंगा, बलवा, मारपीट, हिंसक गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा कर्फ़्यू उल्लंघन और विवाद में शामिल सौ से ज्यादा लोगों को शांतिभंग में पकड़ा गया है। इसी प्रकार ईस्ट के थाना क्षेत्रों में भी 100 से अधिक लोगों को पकड़ा जाने की बात सामने आई है।
पुलिस किसी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं होने देगी। मगर दोषियों की सख्त रूप से पहचान कर जेल की हवा खिलाई जाएगी। पुलिस के साथ सुरक्षा एजेंसियां भी काम कर रही है। जोकि सीसीटीवी फुटेजों, अभय कमांड कंट्रोल का सहारा लेकर बदमाशों का पता लगाने में जुटी है। विवाद में मुख्य आरोपी की पहचान भी की जाएगी। मुख्य आरोपी किसी बनाया जाएं फिलहाल पुलिस को इसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
पुलिस सुरक्षा एजेंसियों के मार्फत यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इतने बड़े विवाद में किसका हाथ है। कोई बाहरी तो नहीं है या कोई साजिश के तहत यह किया गया है। फिलहाल इस बारे में पुलिस के पास जवाब नहीं है। पुलिस ने भी अपनी तरफ से तीन एफआईआर दर्ज की है।
सीएलजी बैठकों का दौर आरंभ, दस थाना क्षेत्रों मे हो रही बैठकें:
पुलिस अब इस प्रयास में है कि शहर में फिर से शांति और सौहार्द कायम हो। इसके लिए अब फिर से सीएलजी बैठकें आरंभ कर दी है। कमिश्नरेट के जिला पश्चिम और पूर्व में दस थाना क्षेत्रों कर्फ़्यू लगा है। ऐसे में अब पुलिस ने इन सभी में सीएलजी बैठकें आरंभ कर दी है। सरदारपुरा, सूरसागर, प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर के साथ जिला पूर्व में नागौरी गेट, सदर बाजार, सदर कोतवाली, खांडाफलसा एवं उदयमंदिर में सीएलजी बैठकों का दौर आरंभ हो गया है। सरदारपुरा थाना मैं डीसीपी वेस्ट वंदिता राना ने मीटिंग ली।
जालोरी गेट चौकी पर कलेक्टर ने सीएलजी बैठक:
जालोरी गेट चौकी पर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता सहित पुलिस की 10-12 अफसरों ने मिलकर विभिन्न समाजों के लोगों के साथ सीएलजी बैठक की। कर्फ़्यू कब खोलने और हालात सामान्य होने तक के बारे में बातचीत की गई।
भीतरी शहर में सन्नाटा, प्रतिष्ठान बंद:
शहर की अंदर बिलकुल सन्नाटा पसरा हुआ है। हमेशा चहलकदमी वाले भीतरी शहर में सन्नाटा हर किसी को खल रहा है। शोर शराबा और तंग गलियों में फंसते वाहनों को लेकर रोज रोज की चिकचिक तीन दिनों से थमी पड़ी है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर घुमरिया कर रहे समीक्षा:
शहर के भीतर बिगड़े हालातों पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवासिंह घुमरिया पुलिस अधिकारियों के साथ बराबर समीक्षा कर रहे है। हर पल फीडबैक ले रहे है ताकि शांति और सौहार्द जल्द कायम हो सकें। पुलिस आयुक्त नवज्योति गोगाई भी उनके साथ बराबर जुटे हुए है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।