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    कुंभलगढ़ दुर्ग पर पकड़े गए युवकों ने खोली पुलिस को पोल, कहा- रिवॉल्वर दिखाकर बयान देने को किया मजबूर

    By Jagran NewsEdited By: Shalini Kumari
    Updated: Mon, 27 Mar 2023 05:55 PM (IST)

    Udaipur News कुंभलगढ़ दुर्ग पर गिरफ्तार हुए पांच युवकों ने रिहाई के बाद एक वीडियो वायरल किया है। इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि पुलिस ने उनको मनचाहा बयान दिलवाने के लिए रिवॉल्वर दिखा कर मजबूर किया था।

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    उदयपुर में गिरफ्तार युवकों ने खोली पुलिस को पोल

    उदयपुर, राज्य ब्यूरो। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के कुम्भलगढ़ दुर्ग पर भगवा झंडे फहराने तथा हरे झंडे हटाने वाले बयान के बाद कुम्भलगढ़ दुर्ग से पकड़े गए 5 युवाओं ने रिहा होने के बाद पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। युवाओं ने एक इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में कहा है कि एडीएम के सामने पेश करने से पहले पुलिस द्वारा रिवॉल्वर दिखाकर उनपर पुलिस के कहे अनुसार बयान देने का दबाव बनाया गया।

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    पुलिस ने आरोपों को किया खारिज

    युवकों का कहना है कि वह कुम्भलगढ़ किले के अंदर नहीं गए, बल्कि वापस लौट रहे थे। उसी दौरान पुलिस ने उन्हें गेट पर पकड़ लिया, फिर थाने में ले जाकर उनकी पिटाई की गई। उन्होंने केलवाड़ा थाने में हैड कांस्टेबल पर नशे की हालत में लात-घूंसों से पीटने का भी आरोप लगाया। हालांकि, केलवाड़ा थाना पुलिस ने उनके लगाए आरोप को पूरी तरह खारिज कर दिया।

    उदयपुर के थे पांचों युवक

    कुंभलगढ़ दुर्ग से पकड़े गए पांचों युवक उदयपुर के हैं। जिनमें सूरजपोल निवासी देवेन्द्र सालवी, अंबामाता निवासी गौरव, प्रिंस राणावत, जोगीवाड़ा निवासी अभिषेक नाथ, खेरादीवाड़ा सूरजपोल निवासी राजेन्द्र सिंह चौहान शामिल हैं। सभी ने अलग-अलग वीडियो जारी किए हैं।

    देवेन्द्र साल्वी का कहना है कि वह 23 मार्च को पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की धर्मसभा में शामिल होकर शाम को टाउन हॉल पहुंचा था। शराब पार्टी के बाद वह यह देखने कुंभलगढ़ दुर्ग पर पहुंचे थे कि वहां हरे झंडे लगे हुए हैं या नहीं। कुंभलगढ़ फोर्ट पर पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

    पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने दिया था यह बयान दिया था

    23 मार्च को उदयपुर शहर के महाराणा भूपाल स्टेडियम में आयोजित भारतीय नववर्ष समारोह के दौरान धर्मसभा आयोजित हुई थी। जिसमें बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा था कि डरते तो हम किसी के बाप से नहीं है, डरते तो वो है जो बुजदिल होते हैं। हम तो वो हैं, जो कुम्भलगढ़ किले में भी भगवा झंडा लगवाकर मानेंगे। इस मामले में हाथीपोल थाना पुलिस ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ सामाजिक सौहार्द्रता बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया है।

    जनता सेना ने दी आंदोलन की चेतावनी

    इधर, सोमवार को उदयपुर में जनता सेना ने पंड़ित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ दर्ज मामले को वापस नहीं लिए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। जनता सेना ने जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा को ज्ञापन दिया।

    जिलाध्यक्ष दिनेश माली, युवा जनता सेना अध्यक्ष पंकज सुखवाल का कहना है कि कंभलगढ़ में अतिक्रमियों ने हरे झंडे लगाए हुए हैं, उन्हें हटवाने की बजाय महाराणा प्रताप की जन्म स्थली पर भगवा झंडा लगाने की बात कहने पर संत के खिलाफ दर्ज मुकदमा गलत है। जनता सेना ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।