Kamika Ekadashi 2025: कामिका एकादशी पर जरूर ध्यान रखें तुलसी से जुड़े ये नियम, बढ़ेगी सुख-समृद्धि
माना जाता है कि जिस घर में नियमित रूप से तुलसी जी की पूजा की जाती है वहां सदैव घर में सुख-शांति का वास बना रहता है। एकादशी के दिन तुलसी का महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है। ऐसे में आपको सावन की पहली एकादशी यानी कामिका एकादशी पर तुलसी से जुड़े कुछ नियमों का ध्यान जरूर रखें।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का खास महत्व माना गया है। इस बार सावन की पहली और भी खास होने वाली है, क्योंकि इस बार एकादशी पर सावन सोमवार का भी संयोग बन रहा है। इस साल कामिका एकादशी सोमवार 21 जुलाई को मनाई जाएगी। इस तिथि पर आपको तुलसी से से संबंधित इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए, ताकि प्रभु श्रीहरि जी की कृपा सदैव आपको ऊपर बनी रहे।
रखें इन बातों का ध्यान
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, एकादशी के दिन तुलसी में जल अर्पित नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही इस दिन पर तुलसी के पत्ते या स्पर्श करने से भी बचना चाहिए। क्योंकि ऐसा मान्यता है कि एकादशी के दिन देवी तुलसी निर्जला व्रत करती हैं। और इन सभी कार्यों को करने से उनके व्रत में बाधा पहुंचती है। इसके साथ ही तुलसी के आसपास साफ-सफाई का भी विशेष रूप से ध्यान रखें।
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मिलेगी मां लक्ष्मी की कृपा
एकादशी के दिन तुलसी पूजन भी बहुत शुभ माना जाता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि तुलसी को स्पर्श नहीं करना है। इस दिन पर सूर्यास्त के समय तुलसी के पास घी का दीपक जरूर जलाएं। इसके साथ ही तुलसी की 7 बार परिक्रमा करें और महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।। मंत्र का जप करें। अंत में मां तुलसी की आरती करें। इससे साधक पर मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है।
जरूर करें ये काम
एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा के दौरान में उनके भोग में तुलसी पत्र जरूर अर्पित करें। तुलसी के बिना प्रभु श्रीहरि का भोग अधूरा माना जाता है। लेकिन साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं उतारे जाते। ऐसे में आप एक दिन पहले ही तुलसी के पत्ते उतारकर रख सकते हैं।
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