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    11 अगस्त तक आपके रिश्ते में आ सकती हैं कई मुश्किलें, लव बर्ड्स इन बातों का रखें ध्यान

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Thu, 24 Jul 2025 07:48 PM (IST)

    वर्तमान समय में प्रेम और रोमांस के कारक शुक्र देव वृषभ राशि में विराजमान हैं। वहीं 26 जुलाई को शुक्र देव राशि परिवर्तन करेंगे। इस दिन शुक्र देव मिथुन राशि में गोचर करेंगे। वहीं चंद्र देव सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र और चंद्र देव के राशि परिवर्तन से कई राशि के जातकों के लव लाइफ (relationship problems August 2025) में बदलाव देखने को मिल सकता है।

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    Budh Vakri 2025: 11 अगस्त को बुध देव होंगे मार्गी

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सावन का महीना चल रहा है। यह महीना देवों के देव महादेव को समर्पित माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही मनचाही मुराद पाने के लिए सावन सोमवार का व्रत भी रखा जाता है।

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    ज्योतिषियों की मानें तो सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से अविवाहित जातकों को मनचाहा वरदान मिलता है। आसान शब्दों में कहें तो मनपसंद पार्टनर से उनकी शादी होती है। ज्योतिष भी मनपसंद जीवनसाथी से विवाह हेतु देवों के देव महादेव की पूजा करने की सलाह देते हैं।

    हालांकि, वक्री बुध के चलते कई जातकों के रिश्ते में मुश्किलें आ सकती हैं। उनकी रिश्ता बिगड़ सकता है। खासकर, अमावस्या तिथि पर इसका असर देखने को मिल सकता है। इसके बाद भी जातक वक्री बुध से प्रभावित हो सकते हैं। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

    बुध देव कब होंगे मार्गी?

    ज्योतिषियों की मानें तो वर्तमान समय में वाणी के कारक बुध देव कर्क राशि में विराजमान हैं। इस राशि में बुध देव 30 अगस्त तक रहेंगे। इससे पहले बुध देव कई बार नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। 18 जुलाई से बुध देव वक्री चाल चल रहे हैं। वहीं, 11 अगस्त को बुध देव मार्गी होंगे। 11 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 59 मिनट पर बुध देव मार्गी होंगे।

    चंद्र देव राशि परिवर्तन

    बुध देव वाणी के कारक हैं। वहीं, चंद्र देव मन के कारक हैं। चंद्र देव हर दो दिनों पर राशि परिवर्तन करते हैं। वक्री बुध के दौरान चंद्र देव के राशि परिवर्तन से कई जातकों के रिश्ते में परेशानी आ सकती हैं। वर्तमान समय यानी अमावस्या तिथि पर चंद्र देव ने कर्क राशि में गोचर किया है। इसके चलते अमावस्या से लेकर 26 जुलाई तक वक्री बुध का प्रभाव अधिक देखने को मिल सकता है। इसके बाद भी चंद्र राशि परिवर्तन के आधार पर आपको संयम (astrology based relationship tips) से चलना होगा।

    कैसे रहेगा असर? (astrological warning for couple)

    कर्क राशि में चंद्रमा के गोचर से धनु राशि के जातकों को अधिक परेशानी हो सकती है। इसके बाद 11 अगस्त तक अन्य राशियों पर भी प्रभाव देखने को मिल सकता है। इस दौरान आपका मन विचलित रह सकता है। प्रेम प्रसंग में पड़े जातकों को परेशानी हो सकती है। रिलेशनशिप में फैसले लेते समय आप दुविधा में रहेंगे।

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    आपको लगेगा सबकुछ खत्म हो गया है। आप अपने जीवन में रुक गए हैं। पुराना प्यार आपके जीवन में दस्तक देने की कोशिश कर सकता है। इससे आपकी परेशानी और बढ़ सकती है। रिश्ते से बाहर आने में आपको तकलीफ हो सकती है।

    आप ब्रेक अप के बाद भी बाहर निकलने में खुद को असहाय महसूस करेंगे। पुराने प्यार के जीवन में आगमन की कोशिश से आप खुद को फंसा महसूस कर सकते हैं। आपका दिल फिर से टूट सकता है।इस दौरान  (Heartbeat) सांसों से संबंधित परेशानी हो सकती है। आप खुद को अकेला महसस कर सकते हैं। 

    करें ये उपाय

    मानसिक शांति (how to manage relationship stress) पाने के लिए भगवान शिव की पूजा करें। वहीं, पूजा के समय गाय के कच्चे दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें।

    बुध देव की कृपा पाने के लिए भगवान शिव को बेलपत्र, शमी के पत्ते, धतूरा, पान के पत्ते आदि चीजें अर्पित करें। साथ ही बुधवार के दिन हरे रंग के कपड़े पहनें।

    लड़कियां या महिलाएं बुधवार के दिन हरी चूड़ियों का दान करें। इस उपाय को करने से भी बुध देव की कृपा बरसेगी।

    सावन के महीने में हरे और सफेद रंग की चीजों का दान करें। आप चावल, आटा, नमक, चीनी, साबुत मूंग, हरी सब्जी, हरे रंग के फल आदि चीजों का दान करें।

    सावन माह के सोमवार पर पंचामृत से भगवान शिव का संयुक्त या व्यक्तिगत रूप से अभिषेक करें। इस उपाय को करने से रिश्ते में निकटता और मधुरता आएगी।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।